ग्रेटर नोएडा वेस्ट : आग का गोला बनी चलती कार, बीच सड़क में गाड़ियों की थमी रफ्तार -

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रिपोर्ट राजेश कुमार यादव

ग्रेटर नोएडा वेस्ट : ग्रेटर नोएडा वेस्ट के बिसरख थाना क्षेत्र में स्थित स्टेलर जीवन सोसाइटी के पास चलती कार बनी आग का गोला बन गयी। मौके पर मौजूद लोगों ने फायर विभाग को घटना की सूचना दी। सूचना मिले ही दमकल कर्मियों ने आग को बुझा दिया है। वहीं, ड्राइवर को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है। 

अगर गाड़ी चलाते समय कार में आग लग जाए तो क्या करें?

इग्निशन को ऑफ करके वाहन से बाहर आ जाएं : ड्राइव करते हुए कार में आग लगने पर किसी को भी सबसे पहले इग्निशन ऑफ करके सड़क किनारे कार को रोक देना चाहिए। इसके बाद जल्द से जल्द कार से बाहर आ जाना चाहिए। इसके अतिरिक्त कार में बैठे अन्य सवारों को भी कार से बाहर निकलने में मदद करें। इग्निशन ऑफ करने से पहले खिड़की और दरवाजों को अनलॉक भी किया जा सकता है। 

जलती हुई कार से दूर रहें : वाहन से बाहर आने के बाद जलती हुई कार से दूरी बना लेनी चाहिए। ऐसे चार पहिया वाहन में मौजूद ज्वलनशील लिक्विड की वजह से होता है, जो आग की वजह बनता है। इसके अलावा अगर संभव हो तो आस-पास के ट्रैफिक को खतरे के बारे में बता दें। 

आग बुझाने वाले उपकरण का इस्तेमाल करें : कार में आग कभी भी लग सकती है, इसलिए आग बुझाने वाले उपकरण को वाहन में ही रखना बेहतर हो सकता है। अगर आग बुझाने वाले उपकरण मौजूद है तो स्थिति पर काबू पाए। आग बुझाने की कोशिश करें, लेकिन तब ही जब यह सुरक्षित हो। 

बूट या बोनट खोलने से बचें : जब कार में आग लगी हो तो किसी को भी आग बुझाने के लिए अपना बूट या बोनट नहीं खोलना चाहिए। कार के नीचे या इंजन बे में आग लगना खतरनाक होता है। इसके साथ अगर कोई बूट या बोनट खोलने की कोशिश करता है तो आग फैलकर हाथों को जला सकती है।

ट्रैफिक पुलिस और फायर डिपार्टमेंट से संपर्क करें : अगर आग जरूरत से ज्यादा लग जाए तो फायर डिपार्टमेंट से संपर्क जरूर करना चाहिए। इस मामले में ट्रैफिक पुलिस को भी जानकारी दे देनी चाहिए। इस दुर्घटना के संबंध में ट्रैफिक पुलिस को सूचना दें, जिससे वह आने वाले ट्रैफिक को आगाह कर सकें।

चलते ट्रैफिक का ध्यान रखें : किसी को भी जलती हुई कार से दूर किसी सुरक्षित जगह पर खड़े होना चाहिए, सड़क के बीच में नहीं। चलते ट्रैफिक से बचने के लिए ऐसा करना चाहिए।

वाहन इंश्योरेंस कंपनी को जानकारी दें : आग बुझाने के बाद व्यक्ति को अपनी इंश्योरेंस कंपनी को दुर्घटना के बारे में बता देना चाहिए। नुकसान का भुगतान करने के लिए उनको तब तक इंतजार करना चाहिए, जब तक इंश्योरेंस कंपनी का प्रतिनिधि वहां ना आ जाए।

कारों में आग लगने का सबसे बड़ा कारण

चलती कार में आग लगने का एक बड़ा कारण यह भी है कि लोग अपने वाहनों का ध्यान नहीं रखते हैं। जबकि, लोगों को समय रहते समय गाड़ियों की सर्विस करवानी चाहिए। इसके अलावा समय-समय पर सीएनजी पाइप लाइन और अन्य तारों की जांच करवानी चाहिए। अधिकतर पाया जाता है कि गाड़ियों में शॉर्ट सर्किट होने की वजह से आग लगती है। यह इसलिए होता है क्योंकि वाहनों में तारों के बीच कट लग जाता है और वह आपस में जुड़ जाते हैं, जिसकी वजह से आग लगने की संभावना काफी ज्यादा बढ़ जाती है। क्योंकि अब सीएनजी की कार आती है, इसलिए वाहनों काफी तेजी के साथ आग पकड़ लेती है।

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