रिपोर्ट राजेश कुमार यादव
कौशाम्बी मूरतगंज ब्लॉक क्षेत्र के अंतर्गत सिकन्दरपुर बजहा के सामुदायिक शौचालय में 4 महीने से ताला बंद कर दिया गया है अंधेर गर्दी की हद तो तब हो गई जब अधिकारियों ने जिले को खुले में शौच मुक्त ओडीएफ घोषित कर शासन को रिपोर्ट भेज दिया है दूसरी तरफ सामुदायिक शौचालय में ताला बंद कर दिए जाने से खुले में मलमूत्र त्याग करने को लोग मजबूर हो रहे हैं जिम्मेदारों के दोहरे चरित्र में बेशर्मी की हद हो गई है एक तरफ सूबे के मुखिया स्वच्छता अभियान चला कर गांव गांव साफ सफाई पर जोर दे रहे हैं देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी स्वच्छ भारत मिशन स्वच्छता अभियान के अंतर्गत करोड़ो का बजट खर्च कर साफ सफाई अभियान को जोर दे रहे हैं दूसरी तरफ ग्राम प्रधान व पंचायत सेक्रेटरी मिलकर स्वच्छ भारत मिशन की धज्जियाँ उड़ा रहे है ग्रामीणों का कहना है कि 4 माह से इस सामुदायिक शौचालय में ताला बंद पड़ा है
जानकारी के अनुसार सामुदायिक शौचालय का सेफ्टी टैंक 4 महीना से पहले से फुल हो चुका है जानकारी होने के बाद भी पंचायत विभाग के जिम्मेदारों द्वारा उसको खाली नहीं कराया गया है जिससे सामुदायिक शौचालय का उपयोग नहीं हो रहा है और अपनी कमियों को छिपाने के लिए जिम्मेदारों ने शौचालय में ताला बंद कर दिया है जिससे खुले में शौच मुक्त घोषित करना बकवास साबित हो रहा है सडक चौराहे के लोगों को शौच के लिए बाहर जाना पड़ रहा है सामुदायिक शौचालय में ताला बंद कर दिए जाने का यह मामला बेहद गंभीर है और इस मामले में अभी तक अधिकारियों ने मामले को संज्ञान लेकर दोषियों पर कार्यवाही नहीं की है सामुदायिक शौचालय में ताला बंद कर दिए जाने के इस मामले को अधिकारियों ने गंभीरता से लेकर जांच कराई तो दोषियों पर कठोर कार्रवाई होना तय है लेकिन इस गंभीर मामले में अभी तक खंड विकास अधिकारी मूरतगंज और एडीओ पंचायत में मामले को गंभीरता से लेकर दोषियों को दंडित नहीं किया है