भोपाल अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान एम्स मध्यप्रदेश इतना गैर जिम्मेदार नहीं होना चाहिए

A G SHAH
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राजेश कुमार यादव की क़लम से

      भारत के स्वाभिमान के लिए सम्मान के लिए एम्स के डायरेक्टर को सीसीटीवी कैमरे में जो कुछ भी जहां की शिकायत मिलती है कैमरे को गधा बनाकर तत्काल अभिलंब राष्ट्र के सम्मान के लिए कर्मचारियों के हित के लिए एम्स के हित के लिए और गरीब महिला किसान अन्य मरीज के लिए हो रहे अत्याचार अपराध अन्याय को रोकने के लिए इस दृष्टि से कार्य करने की आवश्यकता है अभिलंब पर दस्त के साथ सार्वजनिक जांच हो दोषियों के प्रति सख्त से सख्त कार्रवाई हो यही मांग भोपाल मध्य प्रदेश चाहता है आपसे अधीक्षक को इस अस्पताल को संचालित करने वाले संचालक डायरेक्टर उनकी टीम को हृदय से धन्यवाद उचित अभिलंब जांच हो हड्डी डिपार्मेंट एम्स की छवि खराब कर रहा है सरकारी कर्मचारी लोग आने वाले मरीज को वापस भागने में अपना पूरा समय ताकत के साथ दे रहा है और सिक्योरिटी गार्ड की मदद ली जा रही है शिवम को बुलाकर बाहर करने की सलाह देती है महिला कर्मचारी सांवले कलर के व्यक्ति ओपीडी के परिचय नहीं बनने देते हैं ओपीडी के परिचय पर ढेर सारी सी लगवा कर डॉक्टर के पास भेज देते हैं डॉक्टर दवा लिखने के लिए मजबूर हो जाता है ऐसे कर्मचारियों को एम्स ने भारती करके रखा है जो सरकारी कर्मचारी कहलाते हैं इन लोगों पर कार्रवाई न करते हुए एम्स इस वक्त मेंहड्डी डिपार्टमेंट में उन कर्मचारियों को बिट्ठल के रखा है जो एम्स की छवि खराब करने में महत्व भूमिका निभा रहा है जांच चेक करने के लिए मरीज हड्डी डिपार्टमेंट में आते हैं तारीख देखकर बीच केंद्र में बैठे सांवले कलर का व्यक्ति उन्हें यह कहकर भगा देता है कि आज आपके डॉक्टर नहीं है उनका दिन नहीं है आज कोई नहीं दिखेगा आपका प्रचार नहीं बनेगा उनकी तकलीफ मैरिज सुबह 4:00 बजे से लाइन में लगकर मगर इलाज के 75% लोग वापस जा रहे हैं एम्स की छवि इसलिए खराब हो रही है एम्स में क्राउड किस लिए ज्यादा हो रहा है जो लोग समय पर आते हैं बीच में डॉक्टर लोग ओपीडी छोड़कर घंटा यहां वहां बतियाने के लिए मीटिंग के नाम पर कॉलेज के नाम पर दिन सब से मीटिंग के नाम पर राउंड लगाने के नाम पर लंच करने के नाम पर टॉयलेट बाथरूम के नाम पर छोड़ छोड़ कर भाग रहे हैं जिसकी वजह से एम्स की छवि खराब हो गई

     *गरीब किसान ग्रामीण महिला मैरिज और अन्य बीमारियों के अन्य प्रकार के मोदी की गारंटी और भारतीय जनता पार्टी की सरकार आयुष्मान कार्ड के माध्यम से अनेक योजना भारत के 140 करोड़ जनता के लिए खुला दरबार है नियम अनुसार पात्र व्यक्तियों को डर-डर की ठोकरे खाने पर मजबूर कर रहे हैं एम्स के बहुत ही मुश्किल से 10% व्यक्ति घोर लापरवाही कर रहे हैं 2 फरवरी 2024 समय लगभग 10:00 हड्डी डिपार्मेंट karmchari नंबर चढ़वाने में परेशान कर रहे हैं ओपीडी के पर्चे पर अनेक बार सील लगाकर ओपीडी का पर्चा बेकार कर देते हैं जिस पर डॉक्टर उन्हें दूसरा पर्चा बनाने के लिए वह भी मजबूर कर देते हैं ऐसा नहीं की लापरवाही करने वाले कर्मचारियों को दूसरे डिपार्टमेंट पर हमने देखा गया महिला डॉक्टर ने ओपीडी के चेंबर से उठकर से लगाने वाले को गंभीरता पूर्वक समझाइए दोबारा में इस प्रकार की गलत तरीके से यहां वहां सील लगाकर आपने किसी भी मरीज को मेरे पास भिजवाया तो आपके खिलाफ हमें एक्शन लेने के लिए मजबूर होना पड़ेगा

       एम्स के अस्पताल में डॉक्टर लेट आते हैं यह बात तो सीसीटीवी कैमरा बहुत अच्छे से बतला सकता है कि हड्डी डिपार्टमेंट में 2 फरवरी प्रातः 9:38 पर पर्चा बना ओपीडी का रूम नंबर एक में युवा डॉक्टर मरीज को देख भी रहे थे 10:03 तक उन्होंने 21 पेशेंट देखने के बाद अपने ओपीडी से बाहर गंभीर मरीजों ने उनसे कहा कि हम लोग सुबह 4:00 बजे से लाइन में लगे हैं बहुत ज्यादा भीड़ नहीं है मुश्किल से टोटल 50 लोग भी नहीं होंगे वह वहां से उठकर कहीं और चले गए मरीज लोग परेशान होते रहे उसे टाइम तक दूसरे कमरों में किसी ने साथ मरीज को देखा था और किसी ने जो मरीज को देखा था सबसे ज्यादा युवा डॉक्टर एक नंबर में बैठे उन्होंने देखा मगर उनके बारे में यह शिकायत की जा रही है कि ज्यादातर जांच लिख देते हैं वह बहुत अच्छी बात है उनको इस बात की धन्यवाद बधाई मरीज गंभीर परेशान होकर अस्पताल पहुंचता है तकलीफ में वह दिन समय नहीं देख पता है उसे दिन डॉक्टर कोई भी हो एम्स में भगवान का नाम लेकर पहुंच जाता है मगर ओपीडी के परिचय बनाने वाले भी हड्डी डिपार्टमेंट में इतना ज्यादा तंग और परेशान करने वाले को हड्डी डिपार्टमेंट में बिठाकर रखा है जो बीच केंद्र में लगभग 40 से 50 उम्र के व्यक्ति जिसके सर में कंबल है सांवले कलर के हैं वह मरीज के विपरीत विचारधारा के व्यक्ति हैं उसको तत्काल हटवाया जाए या फिर अधीक्षक या दे अल के बारे में उंगली उठने लगी है कि उनकी सपोर्ट से मरीज को भगाने का गलत संदेश देने का आज डॉक्टर आपके नहीं बैठे हैं आपका पुराना पर्चा है आप उन्हें डॉक्टर को दिखाना मैरिज बीमारी से तकलीफ से परेशान होकर अस्पताल पहुंचता है सुबह 4:00 बजे से हड्डी डिपार्टमेंट के कर्मचारी मरीज को भगाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले में महिला औरत जो काम उनका है वह ना करते हुए हाथ पैर हाथ रखकर गार्ड को बुलाकर मरीज को भगाने का काम करती है कि शिवम इधर आओ इस मरीज को बाहर कर दो ऐसा ऑर्डर दे रही है और ओपीडी के पर्चा बनाने वाले लड़के को मना करती है यह तीनों लाइन से बैठकर मरीजों को भागने का काम करते हैं और डॉक्टर को भी बदनाम करने में कोई कसर नहीं छोड़ते हैं 98% तो इन लोगों से परेशान हैं डॉक्टर लेट आकर भीड़ लगवाते हैं एक बात अलग है कुछ डॉक्टर लोग समय पर आकर मरीज को देखते हैं और बीच में गोल हो जाते हैं जिसके वजह से एम्स में हर गंभीर मेरी और उनके परिजनों को लाइन में लगवा कर परेशान करने का कार्य करने वाले कर्मचारियों की भीड़ और क्वांटिटी ज्यादा हो गई है जो सरकारी नौकरी में है वह खाली हाथ पैर हाथ रख कर बैठ कर तनक लेने कमिश्नर बना कर रखा है और सबसे अच्छा काम आज की तारीख में चर्म रोग विभाग में विश्व लेवल पर एम्स का नाम रोशन करने में सबसे अव्वल है आज भी एक 43 कमरे में डॉक्टर लोग बहुत अच्छे से बात करते हुए अपने मरीज को प्रसन्न कर दबे गोली समय पर लेने का समझाते हुए मरीज को प्रसन्न देखना चाहते हैं हड्डी डिपार्टमेंट में तकलीफ होने पर पहुंचते हैं वहां के जूनियर डॉक्टर सबसे पहले बिगर पिछला रिकॉर्ड को देखे हुए जरूर से ज्यादा जांच लिख देते हैं ताकि आपकी भीड़ कम हो जाए उनके पास से और जांच होने के बाद मरीज आएंगे तो यहां के कर्मचारी उनको यह कहकर भगा देंगे कि आज इन डॉक्टरों का दिन नहीं है अब बाद में आना यह शिकायत मिल रही है जिसको तकलीफ होती है वह दिन नहीं देखा है ना तारीख देखा है वह अपनी जांच लेकर एम्स के डॉक्टर को दिखाना चाहते हैं यह लापरवाही कर्मचारियों के द्वारा की जा रही है जिससे डॉक्टरों की छवि खराब होकर एम्स को बदनाम कर रहे हैं हम भारतवासी का विश्वास एम्स है यह पूरी दुनिया में स्वास्थ्य विभाग भारत का बहुत ही अच्छी व्यवस्था के लिए भारत सरकार को राष्ट्रपति जी को देश के यशस्वी प्रधानमंत्री और स्वास्थ्य विभाग के केंद्र मंत्री और मुख्यमंत्री जी को सांसद महोदय को और 80% से ज्यादा कर्मचारियों को धन्यवाद देंगे एम्स में बहुत अच्छी सेवाएं सुविधा होकर भी लाभ मंत्र 50% लोगों को ही मिल पा रहा है सबसे ज्यादा शिकायत आ रही है सर्वर डाउन रहता है गरीब ग्रामीण किसान अनपढ़ व्यक्ति मोबाइल को ठीक से ऑपरेट करते नहीं आता है और एम्स के 10 5 कर्मचारी गंभीर मरीजों की हेल्प कर देते हैं उनका धन्यवाद करता है भोपाल मध्य प्रदेश मगर सरोवर के नाम पर कर्मचारी हाथ पैर हाथ रख कर बैठा है लाइन लगवा कर मरीजों को सजा देने का काम भी बहुत गंभीरता से कर रहा है इस पर ध्यान देने की आवश्यकता है ब्लड कलेक्शन करने में अब सुधार हो गया है वहां भीड़ नहीं लग रही है यह सारी भीड़ को लाइन में लगाकर एम्स को बदनाम करने का कार्य कर रहे हैं कम फास्ट ना होते हुए भी स्लो प्रोसेसिंग की योजना बनाने में माहिर है ऐसे कर्मचारियों पर सख्त कार्रवाई होना चाहिए डॉक्टर काफी अच्छे हैं काफी ध्यान से देखते हैं गंभीर मरीजों को इसके लिए हमारे 80% डॉक्टर बधाई के पास है 20% लोग समय पर ना आते हुए जल्दी चले जाते हैं लोगों की शिकायत है कि 12:30 बजे के बाद बहुत से डॉक्टर लोग नहीं मिलते हैं कुछ लोगों का मानना है कि कुछ ओपीडी में 4:00 बजे तक डॉक्टर बैठे रहते हैं गंभीर मरीजों के डॉक्टर 1:00 बजे के बाद चले जाते हैं नस नदी वाले डॉक्टर मुंह देखकर इलाज कर रहे हैं सप्ताह में 2 दिन ही बैठते हैं वह शिकायत नहीं है ठीक से ईमानदारी से कम करें तो किसी भी डॉक्टर को 4:00 बजे तक बैठने की आवश्यकता नहीं है 12:00 तक ओपीडी खाली हो सकती है आज भी एक से दो घंटे में 20% गंभीर मरीज ओपीडी में पर्चा बनाकर डॉक्टर को दिखाकर ब्लड जांच करवा कर अपने घर चला जाता है ऐसा कुछ ही जगह होता है ऐसा संपूर्ण एम्स में समय पर आकर ईमानदारी से देखना शुरू कर दे हमारे डॉक्टर और यह हमारे कुछ जनता का मानना है कि मक्कार किस्म के कर्मचारी जो परमानेंट होने के बाद कार्य नहीं करते हैं सरकारी अस्पताल को बदनाम करने में लगे रहते हैं उन पर एम्स विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों को एक्शन लेना चाहिए जिनके वजह से डॉक्टर की छवि खराब करने में इन लोगों का बहुत बड़ा हाथ होता है यही लोग कहते हैं कि डॉक्टर लोग के कहें अनुसार हम आप लोगों को उनके पास नहीं भेजते हैं तो ऐसे डॉक्टर को और ऐसे कर्मचारियों को तत्काल एम्स के बाहर किया जाए ताकि हमारा विश्व परीक्षा स्वास्थ्य विभाग केंद्र अस्पताल एम्स की छवि खराब करने वाले कर्मचारियों से दूर रखें यह हमारी आस्था का केंद्र है भारत का गौरव है गरीब महिला किसान और अन्य व्यक्तियों के लिए वरदान है हड्डी डिपार्टमेंट में एक नंबर रूम में जिस प्रकार से मरीजों के साथ नियम विरोध कार्य करते हैं डॉक्टर बीच में ओपीडी के वक्त चले जाते हैं इससे बहुत ज्यादा शिकायत है सबसे ज्यादा जांच लिख देते हैं ताकि मैरिज द्वारा में एम्स ना आए और जांच में उलझा रहे जांच आदि अधूरी होती है उसी दिन नहीं होती है दूसरे दिन जांच के लिए बुलाते हैं कभी तीसरे दिन बुलाते हैं कभी जांच मिल जाए तो डॉक्टर नहीं मिलते हैं ऐसा मजाक बना कर रखा है एम्स ने इस पर कार्य करने की आवश्यकता है यदि कोई भी मरीज अपनी रिपोर्ट लेकर एम्स में पहुंचे संबंधित विभाग में तो उसकी हेल्प होनी चाहिए लोग हाथ पैर हाथ रख कर बैठे रहते और भाग जाते हैं 1:00 बजाने का इंतजार करते हैं ऐसी जानकारी प्राप्त हो रही है 4:00 बजे तक कितने डॉक्टर बैठे रहते हैं उसकी एग्जामिन कर केंद्र मिनिस्टर से इन लोगों को इनाम दिलवाया जाए और जो व्यक्ति 4:00 बजे तक नहीं बैठता है उनके तनख्वाह में और उनके प्रति लापरवाही व्रत में जैसे नियम कानून का उपयोग किया जाए और उनकी तनख्वाह जाए ताकि गंभीर मरीजों के साथ अन्य अपराध न कर सके अस्पताल से जो व्यक्ति बिगर इलाज के वापस भेजता है उनके प्रति शक्ति से कार्रवाई की जाए क्योंकि आज 75% लोग बगैर इलाज के एम्स से वापस जा रहा है इस पर ध्यान और कार्रवाई करने की आवश्यकता है धन्यवाद थैंक्स बिलिंग के लिए आज भी लंबी लाइन लग रही है ब्लड कलेक्शनबहुत ज्यादा लापरवाही भारत रही है ब्लड निकलने वाले लोग हाथ पैर हाथ रख के इंतजार कर रहे हैं कि जब मेरी जाएगा हम ब्लड निकल लेंगे मगर बिलिंग के नाम पर और उन्हें ब्लड निकलने वाली सीसी लेने के लिए घंटों लाइन में लगना पड़ रहा है बात को बारकोड लेने के लिए घंटा लाइन में लगाया जा रहा है और बिलिंग के लिए इलाज में बहुत कम समय लग रहा है डॉक्टर काफी अच्छे से देखते हैं हड्डी डिपार्टमेंट के ओपीडी एक नंबर में जरूर लापरवाही की बहुत शिकायती मिल रही है गरीब गंभीर मरीज के साथ अभिक्रियता पूर्वक व्यवहार कर रहे हैं ऐसी जानकारी बार-बार इसी डिपार्टमेंट से बहुत ज्यादा मिल रही है यहां पर हाल में बैठे व्यक्तियों के प्रति कठोर सख्त अभिलंब कार्रवाई होना चाहिए एक नंबर ओपीडी के डॉक्टर एवं हाल में बैठे मरीज को भगाने वाले महिला उसे पर भी सत्य कार्रवाई हो बीच में बैठे सांवले कलर के कर्मचारी यह सब के सरगना है जिसको इशारा करते हैं उनका ओपीडी का पर्चा बनता है अन्यथा वापस जाना ही पड़ता है यह कठोर सजा देने के लिए बैठे हैं इसलिए उनके प्रति जांच कर उचित लापरवाहियों बरतने वाले नियम वृत्त कार्य करने वाले व्यक्तियों के प्रति कार्य करने की आवश्यकता है एम्स भारत का विश्वास है एम्स की छवि खराब करने वाले के प्रति कठोर सख्त कार्रवाई की मांग करता है एमपी प्रेस क्लब बगैर जांच के किसी भी कर्मचारियों के साथ अन्य ना हो कार्यवाही भी इसलिए करवा रहे हैं ताकि गंभीर मरीज आज 75% नहीं 80% बगैर इलाज के वापस लौट रहे हैं और एक बीमारी एक इलाज के लिए लगभग तीन से चार दिन कंटिन्यू आना पड़ रहा है तकलीफ को देखते हुए पूरे प्रदेश भर के लोग आ रहे हैं श्री अजय सिंह जी ने काफी व्यवस्था सुधारने में अपना योगदान दी दिया है उसके बाद में भी यहां के कर्मचारी उन्हें को भगवाने के मूड में है इस प्रकार का कदम उठा रहे हैं कि लापरवाही करने वाले का जमावड़ा हड्डी डिपार्टमेंट में देखा जा सकता है व्यवहार बहुत ही गंदा यह कहना गलत होगा कि उनका सूरत देखने से कई बार लोग ऐसा मानते हैं कि डॉक्टर उनको नहीं मिल पाते हैं इस प्रकार तक की बातें मैरिज लोग मीडिया वालों को बताने में जी सकते नहीं है एक के ओपीडी के पर्चे पर काम से कम 8 से 10 सील गवर्नमेंट एम्पलाइज ने लगा दिया आज उसको ओपीडी के पर्चा बनाने वाले ने हड्डी डिपार्टमेंट से कहा की डॉक्टर से पूछ लो डॉक्टर ने दूसरा पर्चा बनाने के लिए कहा इस प्रकार के लापरवाही बरतने वाले कर्मचारियों को एम्स ने विट्ठल के रखा है मरीज के साथ बहुत अन्याय हो रहा है इस पर ध्यान देने की आवश्यकता है

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