रिपोर्ट राजेश कुमार यादव
मुंबई : शहर के क्राइम ब्रांच ने भारत में अवैध रूप से रह रहे नौ बांग्लादेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार किए गए लोग फर्जी आधार कार्ड बनाने में शामिल थे और उन्होंने अवैध रूप से भारत से बांग्लादेश में धन हस्तांतरित किया. कुल नौ बांग्लादेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया गया है. उनकी कार्यप्रणाली यह थी कि वे अवैध रूप से भारत से बांग्लादेश में धन हस्तांतरित करते थे. इसमें और भी लोग शामिल हैं. यह एक तरह का हवाला लेनदेन है. मनी ट्रेल की अभी जांच चल रही है.
अपराध शाखा के पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) राजतिलक रौशन ने बुधवार को एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, 'वे उन व्यक्तियों के माध्यम से धन हस्तांतरित करते थे जो भारत से बांग्लादेश या इसके विपरीत सीमा पार कर रहे थे. डीसीपी ने कहा, 'भारत आने के बाद उन्होंने फर्जी आधार कार्ड बनाए और फर्जी दस्तावेजों की मदद से बैंक खाते खोले और फिर अपनी पहचान बताए बिना खुद को भारतीय नागरिक बताया.गिरफ्तारी के बारे में डीसीपी ने कहा, 'कुछ लोगों को मुंबई से कुछ को ठाणे से और अन्य को नवी मुंबई से गिरफ्तार किया गया है. लेन-देन की कुल राशि पर रौशन ने कहा, 'पर्याप्त राशि जमा की जाती थी, वे इसे कुछ लोगों के माध्यम से बांग्लादेश में स्थानांतरित करते थे. जब कोई भारत आता था, तो वे उसके माध्यम से धन हस्तांतरित करते थे.
लेनदेन की कुल राशि लाखों तक हो सकती है. हम अभी सटीक राशि का खुलासा नहीं कर सकते हैं. अवैध अप्रवासी अपने कार्यों को कैसे वित्तपोषित करते थे इस पर उन्होंने कहा, 'वे बांग्लादेश में धन हस्तांतरित करने के लिए कमीशन लेते थे. भारत से हस्तांतरित राशि के लाभार्थियों के बारे में डीसीपी ने कहा , 'वे बांग्लादेश के जरूरतमंद लोगों के लिए भारत से बांग्लादेश में पैसे ट्रांसफर कर रहे थे जो कानूनी चैनलों के माध्यम से भारत आ रहे थे. इसके अलावा वे अन्य लोगों के लिए भी पैसे ट्रांसफर कर रहे थे जो भारत में अवैध रूप से रह रहे थे.