रिपोर्ट राजेश कुमार यादव
गोरखपुर । सेवानिवृत 90 वर्षी समाजसेवी राजकिशोर मिश्रा के निधन पर क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई। समाजसेवा के क्षेत्र में ऐसे मुकाम पर थे, जिस पर बहुत से समाजसेवी सारी उम्र गुजारने के बाद भी नहीं पहुंच पाते हैं। इस महंगाई के जमाने में जहां लोग अपने परिवार के लिए रोटी की व्यवस्था बड़ी मुश्किल से कर पाते हैं। सामाजिक कार्यों के साथ गरीबों को पेट भर भोजन उपलब्ध कराने गरीबों की सदा मदद करने के लिए तत्पर रहने वाले समाजसेवी राम किशोर मिश्रा 1996 में इंडियन ऑयल से सेवानिवृत होने के बाद अपने सामाजिक कार्यों के दम पर अपने क्षेत्र में काफी लोकप्रिय थे। 90 वर्षी रामकिशोर मिश्रा का स्वास्थ्य 9 दिसंबर को खराब हो गया परिजन शहर के प्रतिष्ठित अस्पताल में भर्ती कराया जिनका 17 दिसंबर को रात्रि में 10 बजे देहांत हो गया।अपने पीछे दो पुत्र दो पुत्रियां सहित फला फूला परिवार छोड़ गए।
वह बीते रविवार की देर रात एक हॉस्पिटल में जिंदगी की जंग लड़ते लड़ते हार गए।उनकी मौत की खबर मिलते ही रामपुर मलौली सहित पूरे क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई। उनके मौत की खबर मिलते ही सैकड़ों लोगों ने सोशल मीडिया के माध्यम से उनके प्रति अपनी संवेदनाएं प्रकट करनी शुरू कर दी। इसके बाद उनका शव रामपुर मलौली उनके पैतृक गांव लाए जाने पर अंतिम दर्शनों के लिए लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा। सोमवार को उनके शव का अंतिम संस्कार राज घाट पर किया गया जहा हजारों की संख्या में गणमान्य व्यक्ति व स्थानीय क्षेत्रों के लोगों ने पहुंचकर अपनी शोक संवेदना व्यक्त कर दिवंगत समाजसेवी इंडियन ऑयल कर्मचारी के परिवार को ढांढस बधाया। मुखाग्नि उनके बड़े पुत्र शशि प्रकाश मिश्रा ने दिया।