* *19 नवम्बर*
*विश्व शौचालय दिवस*
*राजेश कुमार यादव की कलम से*
हर साल 19 नवंबर को विश्व शौचालय दिवस (World Toilet Day) मनाया जाता है. वर्ष 2001 में इस दिवस को मनाने की शुरुआत विश्व शौचालय संगठन द्वारा की गई थी. वर्ष 2013 में संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा इसे अधिकारिक तौर पर विश्व शौचालय दिवस घोषित कर दिया गया था. यह दिन लोगों को विश्व स्तर पर स्वच्छता के संकट से निपटने के लिए प्रेरित करता है.
शौचालय का इस्तेमाल से हमारा जीवन सुरक्षित रहता है. शौचालय का इस्तेमाल करने से हम विभिन्न बीमारियों के प्रसार को रोकने में मदद करते हैं. इस दिवस को मनाने का उद्देश्य विश्व में सभी लोगों को 2030 तक शौचालय की सुविधा उपलब्ध करवाना है. यह संयुक्त राष्ट्र के छह सतत विकास लक्ष्यों का हिस्सा है. सबको शुद्ध पेयजल और स्वच्छता की सुविधा उपलब्ध कराने का लक्ष्य भी संयुक्त राष्ट्र के सतत विकास लक्ष्यों में रखा गया है।
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विश्व शौचालय दिवस 2024 थीम ‘शौचालय – शांति का स्थान’ है।
*विश्व शौचालय दिवस का उद्देश्य क्या है?*
विश्व शौचालय दिवस के उद्देश्य कुछ इस प्रकार हैं –
इस दिवस का मुख्य उद्देश्य दुनिया भर में सुरक्षित और स्वच्छ शौचालयों के महत्व को जागरूक करना है।
विभिन्न कार्यक्रमों द्वारा इसका उद्देश्य लोगों को स्वस्थ और सुरक्षित सेनिटेशन सुविधाओं के महत्व के प्रति जागरूक करना है।
इसके माध्यम से लोगों को साफ-सुथरे शौचालयों का उपयोग करने के लाभ और इससे होने वाले स्वास्थ्य सुधार को समझाने का प्रयास किया जाता है।
इस दिवस का आयोजन यह भी दिखाता है कि सुरक्षित सेनिटेशन की सुविधा का हक सभी को होना चाहिए और इसे सबके लिए सुलभ बनाए रखना आवश्यक है।
यह खुले में शौच करने के हानिकारक प्रभावों को उजागर करता है।
*विश्व शौचालय दिवस का महत्व क्या है?*
विश्व शौचालय दिवस का महत्व इस प्रकार है:
जागरूकता: यह दिवस साफ़ और स्वस्थ शौचालयों के महत्व को साझा करके स्वस्थता में सुधार करने की जागरूकता बढ़ाता है।
स्वच्छता और सेनिटेशन को बढ़ावा: इस दिन के माध्यम से लोगों को स्वच्छता और सेनिटेशन के महत्व को समझाने का प्रयास किया जाता है।
सेनिटेशन स्थिति का समीक्षण: यह विभिन्न क्षेत्रों में सेनिटेशन स्थिति का मूल्यांकन करने का एक मौका प्रदान करता है।
सामाजिक संज्ञान: इस दिन के माध्यम से लोगों को शौचालय से जुड़े सामाजिक, आर्थिक और स्वास्थ्य आर्थिक पहलुओं के प्रति जागरूक करने का मौका मिलता है।
समृद्धि में सहारा: सुरक्षित शौचालय और सेनिटेशन के साधना से समृद्धि में सुधार होता है, जिससे SDG लक्ष्यों को प्राप्त करने में सहायता मिलती है।
*विश्व शौचालय दिवस*
विश्व शौचालय दिवस कैसे मनाया जाता है?
इस दिन का आयोजन विभिन्न गतिविधियों, सभाओं और शिक्षा कार्यक्रमों के माध्यम से होता है। पिछले साल पेयजल और स्वच्छता विभाग द्वारा “स्वच्छता रन” का आयोजन किया गया था। यह दिवस तरह- तरह के कार्यक्रमों द्वारा मनाया जाता है-
शिक्षा और संवाद: स्थानीय स्कूलों, कॉलेजों, और सार्वजनिक स्थानों पर शिक्षा और संवाद कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है ताकि लोगों को साफ-सुथरे शौचालयों के महत्व के बारे में जानकारी मिल सके।
कैंपेन्स और पोस्टर वितरण: विभिन्न स्थानों पर सांविदानिक और आकर्षक पोस्टरों का प्रदर्शन किया जाता है और लोगों को सेनिटेशन के महत्व पर सोचने पर प्रेरित किया जाता है।
नौकरीयों और प्रोजेक्ट्स का आयोजन: स्थानीय स्तर पर लोगों को सेनिटेशन से जुड़े प्रोजेक्ट्स और नौकरियों के बारे में जानकारी मिलती है, जिससे उन्हें इस क्षेत्र में सकारात्मक योगदान देने का मौका मिलता है।
रैली : स्थानीय स्तर पर रैलियां, पथ-प्रदर्शन और शौचालय निर्माण के प्रोजेक्ट्स का आयोजन किया जाता है ताकि लोग इस मुद्दे पर ध्यान केंद्रित करें।
मीडिया कैंपेन्स: रेडियो, टेलीविजन, और सोशल मीडिया पर विशेष कैंपेन्स चलाए जाते हैं जिनका उद्देश्य लोगों को सेनिटेशन से जुड़े मुद्दों के बारे में जागरूक करना है।
FAQs
*विश्व शौचालय दिवस क्या है?*
यह एक अंतरराष्ट्रीय दिवस है जो प्रत्येक वर्ष 19 नवंबर को मनाया जाता है। इसका उद्देश्य स्वच्छता और जल के महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाना और वैश्विक स्वच्छता संकट को हल करने के लिए कार्रवाई करना है।
*विश्व शौचालय दिवस क्यों मनाया जाता है?*
यह मनाया जाता है क्योंकि दुनिया भर में अभी भी कई लोगों के पास सुरक्षित शौचालय तक पहुंच नहीं है। अनुमानित 3.5 बिलियन लोग खुले में शौच करते हैं, जो उन्हें और उनके समुदायों को गंभीर स्वास्थ्य जोखिमों के अधीन करता है।