*बार एसोसिएशन, सिविल कोर्ट, अध्यक्ष के नेतृत्व में मुख्यमंत्री को संबोधित एडीएम सिटी को सौंपा ज्ञापन*
*सुरक्षा व्यवस्था सुदृढ़ बनाए रखने के लिए सिटी मजिस्ट्रेट सीओ कैंट अपर सिटी मजिस्ट्रेट इंस्पेक्टर केंट रहे मौजूद*
*रिपोर्ट राजेश कुमार यादव*
गोरखपुर ।बार एसोसिएशन, सिविल कोर्ट, गोरखपुर अध्यक्ष भानु प्रताप पांडे के नेतृत्व में अंबेडकर चौक पर जाम लगाकर गाजियाबाद न्यायालय परिसर के अन्दर अधिवक्ताओं के उपर पुलिस द्वारा की गई हिंसक कार्यवाही के खिलाफ मुख्यमंत्री को संबोधित करते हुए एडीएम सिटी अंजनी कुमार सिंह को ज्ञापन सौंपा।आज सोमवार को बार एसोसिएशन सिविल कोर्ट अध्यक्ष भानु प्रताप पांडे के नेतृत्व में मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन सौंपते हुए कहा कि गाजियाबाद न्यायालय परिसर में जिला एवं सत्र न्यायाधीश, गाजियाबाद अनिल कुमार के निर्देश पर अधिवक्ताओं के ऊपर लाठीचार्ज उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा किया गया जो मनमानी है, जो उनके अधिकारों और कानून के शासन का स्पष्ट उल्लंघन है।
बार एसोसिएशन सिविल कोर्ट गोरखपुर अधिवक्ताओं की प्रतिष्ठा पर किसी भी तरह का हमला बर्दाश्त नहीं करेगा और इसके अनुसरण मे मांग किया कि इलाहाबाद उच्च न्यायालय और उत्तर प्रदेश सरकार तत्काल कदम उठाऐ उच्च न्यायालय के वर्तमान न्यायाधीश, इलाहाबाद उच्च न्यायालय के प्रशासनिक न्यायाधीश जो गाजियाबाद जिले के मामलो को देखते है अनिल कुमार जिला एवं सत्र न्यायाधीश, गाजियाबाद का तत्काल स्थानान्तरण किया जाय।
घटना की जांच करे और दोषी जिला एवं सत्र न्यायाधीश तथा पुलिस अधिकारियो पर कार्यवाही हो।घायल अधिवक्ताओं को दो-दो लाख मुआवजा दिया जाय घटनाऐं दोबारा न हो ऐसी कूर घटनाओं से अधिवक्ताओं और उनके परिवारों की सुरक्षा के लिए अधिवक्ता संरक्षण अधिनियम लागू किया जाय राज्य में कानून और व्यवस्था की स्थिति में सुधार लाने के लिए यह सुनिश्चित करें कि पुलिसकर्मी अपने कार्यों के प्रति जवाबदेह हो। ज्ञापन से पूर्व अधिवक्ता गणों ने अंबेडकर चौक को चारों तरफ से आवाजाही को रोक दिया था जिससे पूरी तरीके से यातायात प्रभावित हुआ आने जाने वाले आम जनमानस को काफी दिक्कत का सामना उठाना पड़ा व्यवस्था सुदृढ़ बनाए रखने के लिए सिटी मजिस्ट्रेट हिमांशु वर्मा अपर सिटी मजिस्ट्रेट प्रदीप सिंह सीओ कैंट योगेंद्र सिंह इंस्पेक्टर कैंट संजय सिंह सहित भारी फोर्स अंबेडकर चौक पर मौजूद रहकर जाम में फंसे आम जनमानस को मदद कर रही थी।