राजेश कुमार यादवकी कलम से
जानवरों के प्रति अहिंसा के मुखर पैरोकार महात्मा गांधी के जन्मदिन के सम्मान में दो अक्टूबर को विश्व कृषि पशु दिवस (World Farm Animals Day) मनाया जाता है. आज कृषि पशु वास्तव में मनुष्यों के लिए भोजन उपलब्ध कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं.
अक्सर इन जानवरों को मांस और अन्य उत्पादों के लिए पाला जाता है. खाने के लिए उनका वध किया जाता है. इन संवेदनशील जानवरों की मौत पर ध्यान देने और उनके जीवन में कुछ सुधार लाने के लिए विश्व कृषि पशु दिवस मनाया जाता है. विश्व कृषि पशु दिवस संयुक्त राज्य अमेरिका (USA) के सभी 50 राज्यों के समुदायों में समर्पित स्वयंसेवकों द्वारा आयोजित किया जाता है. यह आयोजन भारत, ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, अल्बानिया, इजराइल, कैमरून, यूनाइटेड किंगडम, युगांडा, थाईलैंड, तंजानिया, दक्षिण अफ्रीका, सिएरा लियोन, नाइजीरिया, न्यूजीलैंड, केन्या और जापान सहित दुनिया के 20 से अधिक देशों में भी मनाया जाता है. इस आयोजन में स्टोरी टेलिंग सेशन (story-telling sessions), शाकाहारी खाना पकाने और क्रूरता मुक्त त्योहार (cruelty-free festivals) शामिल हैं. पशु कार्यकर्ता भी स्थानीय राज्य के राज्यपालों और महापौरों को विशेष उद्घोषणा जारी करने और जानवरों के प्रति क्रूरता को रोकने के उपायों में मुखर होने के लिए प्रोत्साहित करते हैं और बातचीत करते हैं.
कृषि पशु दिवस के प्रतिभागियों में आम तौर पर पशु वकालत समूह (animal advocacy groups) और व्यक्तिगत कार्यकर्ता शामिल होते हैं. वास्तव में कोई भी और हर कोई जो मासूम छोटे जानवरों से प्यार करता है और उनकी परवाह करता है, इस आयोजन में शामिल हो सकता है. इस आयोजन और समग्र रूप से आंदोलन की एक प्राथमिक चिंता एक शाकाहारी या शाकाहारी जीवन-शैली को बढ़ावा देना है, जो जानवरों के लिए एक सुरक्षित जीवन-काल सुनिश्चित करती है. यह आयोजन यह भी उजागर करना चाहता है कि कैसे बड़े और बहु-राष्ट्रीय कृषि-व्यवसायिक कंपनियां अपने उत्पादों को बेचने के लिए जानवरों के बेरहम वध पर निर्भर करती हैं.
>> विश्व कृषि पशु दिवस का इतिहास <<
विश्व कृषि पशु दिवस की स्थापना 1983 में फार्म एनिमल राइट्स मूवमेंट (Farm Animal Rights Movement) के एक अंतरराष्ट्रीय अभियान द्वारा की गई थी. यह दिन भोजन के लिए मारे जाने वाले जानवरों के दर्द के बारे में जागरूकता लाता है. पालन का उद्देश्य एक अधिक दयालु दुनिया प्रदान करना है, जहां जानवरों को अब वस्तुओं के रूप में नहीं देखा जाता है. दुनिया भर में कारखाने के खेतों और बूचड़खानों में मांस, अंडे और डेयरी के लिए अरबों कृषि जानवरों को मार दिया जाता है. इस दिन का उद्देश्य उन जानवरों को बचाना है जिनका बेरहम वध किया जाता है या यूं कहें कि मनुष्य की आवश्यकता के लिए मौत के घाट उतार दिया जाता है. यहां तक कि छोटे परिवार के खेतों में पाले गए जानवर भी इनमें से कई दुर्व्यवहारों को सहन करते हैं. चाहे जिस स्थान पर उनका पालन-पोषण हुआ हो, भोजन के लिए पाले गए प्रत्येक खेत के जानवर को भीषण वध का सामना करना पड़ रहा है. विश्व फार्म पशु दिवस मुख्य रूप से भोजन के लिए पाले जाने वाले गायों, बकरियों, भेड़ों, सूअरों, टर्की, मुर्गियों और अन्य जानवरों की मौत के शोक और पीड़ा को प्रकट करने और सम्मान देने के लिए काम करता है. वर्षों से इस दिन को अब दुनिया भर के लगभग 500 समुदायों द्वारा मनाया और समर्थित किया गया हैl