रिपोर्ट राजेश कुमार यादव
अंतर्राष्ट्रीय अंहिसा दिवस महात्मा गांधी के जन्मदिन पर 2 अक्टूबर को मनाया जाता है। इसे भारत में गांधी जयंती के रूप में मनाया जाता है।
संयुक्त राष्ट्र महासंघ ने 2 अक्टूबर को महात्मा गांधी के जन्मदिवस को अंतर्राष्ट्रीय अहिंसा दिवस घोषित किया है। 15 जून 2007 को संयुक्त राष्ट्र महासभा में 2 अक्टूबर को अंतर्राष्ट्रीय अहिंसा दिवस स्थापित करने के लिए मतदान हुआ। महासभा में सभी सदस्यों ने 2 अक्टूबर को इस रूप में स्वीकार किया।
आज महात्मा गांधी की 154वीं जन्मदिवस पर देशवासी स्वच्छ भारत अभियान कार्यक्रम को सफल बना कर बापू को श्रद्धांजलि दे रहे हैं।
ध्यान देने वाली बात यह है कि महात्मा गांधी के जीवन का मंत्र था, 'स्वच्छता ईश्वर है'। अपने जीवनकाल में महात्मा गांधी ने स्वच्छता के लिए लोगों को प्रेरित और जागरुक किया था।
उनके कदमों पर चलकर भारत सरकार ने देश को 'क्लीन इंडिया' बनाने का संकल्प लिया है।
भारत को खुले में शौच मुक्त बनाने की पहल इसी दिशा में एक अहम कदम है। इस मिशन के तहत गांव-गांव में केंद्र और राज्य सरकारें टायलेट बनाने के काम में लगी है।
महात्मा गांधी का स्थान भारत में क्या है इसे समझाने और व्यक्त करने की ज़रुरत नहीं है। महात्मा गांधी स्वतंत्रता आंदोलन के न सिर्फ अगुआ रहे बल्कि भारतीय लोगों के लिए वो राजनीतिक और धार्मिक गुरू भी थे।
उनका अहिंसा का सिद्धांत देश ही नहीं पूरे विश्व में प्रसिद्ध था। अहिंसा की ढाल के चलते आज़ादी का संघर्ष पाने में उनके योगदान का लोहा पूरी दुनिया ने माना जाता था l