रिपोर्ट राजेश कुमार यादव
ग्रेटर नोएडा : जेवर में बन रहे नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के पास जमीन दिलवाने के नाम पर ठगी का मामला सामने आया है। आरोपियों ने उत्तर प्रदेश पुलिस के एक हेड कांस्टेबल को निशाना बना दिया। फर्जी दस्तावेज दिखाकर पुलिस वाले से आरोपियों ने 10 लाख रुपये ठग लिए थे, लेकिन जब पीड़ित ने बाद में जांच की तो पूरे मामले का खुलासा हो गया। अब पीड़ित ने इस मामले में दनकौर थाने में आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया है।
आरोपियों ने कैसे ठगा
पुलिस ने बताया कि गाजियाबाद में तैनात यूपी पुलिस के हेड कांस्टेबल बलराज सिंह थाने में शिकायत दी थी। पुलिस को पीड़ित ने बताया कि वह जेवर एयरपोर्ट के पास जमीन खरीदना चाहता था। इसी बीच उसकी मुलाकात कुछ लोगों से हुई। आरोपियों ने उनको गांव सलारपुर में जमीन दिखाई। उसके बाद जमीन के फर्जी दस्तावेज भी पीड़ित को दिखा दिए, जिसकी वजह से उसको आरोपियों पर विश्वास हो गया।
अब पुलिस के पास दौड़ा पीड़ित
पीड़ित ने फर्जी दस्तावेज को असली मानकर आरोपियों के बैंक खातों में जमीन के 10 लाख रुपये ट्रांसफर कर दिए। बाद में जब पीड़ित मौके पर गया और जांच की तो पता चला कि यह जमीन पहले से ही यमुना प्राधिकरण अधिग्रहित कर चुका था। जिसके बाद उसने आरोपियों से संपर्क करने का प्रयास किया, लेकिन जब पैसे वापस नहीं मिले तो दनकौर थाने में मुकदमा दर्ज करवाया है।
यमुना प्राधिकरण ने किया लोगों को सचेत
आपको बता दें कि यमुना विकास प्राधिकरण ने पहले ही कह दिया है कि अगर किसी भी व्यक्ति को जमीन खरीदनी है तो पहले प्राधिकरण में आकर संपर्क करें। जमीन के बारे में पूरी डिटेल निकाले और उसके बाद ही खरीदें। अन्यथा, आप ठगी का शिकार हो सकते हो। यमुना विकास प्राधिकरण के अफसरों के पास काफी ऐसे मामले सामने आते हैं, जहां अधिग्रहण की हुई जमीन को ठग बेच देते हैं और बाद में पीड़ित दर-दर की ठोकरें खाता है। प्राधिकरण के सीईओ डॉ.अरुणवीर सिंह ने सचेत रहकर जमीन खरीदने की अपील की है।