ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी में नियुक्ति घोटाला : योगी आदित्यनाथ और सीईओ को फिर भेजी चिट्ठी, ठंडे बस्ते में पड़ी फाइल से हटेगी धूल

A G SHAH . Editor in Chief
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रिपोर्ट राजेश कुमार यादव

ग्रेटर नोएडा  : ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण में हुए फर्जी नियुक्ति घोटाले की जांच एक बार फिर से उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के दरबार में पहुंच गई। समाजसेवी राजेंद्र सिंह ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारी को पत्र सौंपा है। राजेंद्र सिंह का कहना है कि ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण में 80 कर्मचारियों को फर्जी तरीके से भर्ती कर लिया। जब इस मामले की शिकायत मुख्यमंत्री से की गई तो शासन ने जांच के आदेश दिए थे। शासन के आदेश पर तीन सदस्यीय जांच कमेटी नियुक्त हुई। इसके बाद में से करीब 49 लोगों को फर्जी नियुक्ति होने के मामले के चलते प्राधिकरण से हटा दिया गया, लेकिन उसके बावजूद भी फर्जी तरीके से नियुक्ति हुए कर्मचारी अभी भी प्राधिकरण में मौज से नौकरी कर रहे हैं। 

योगी आदित्यनाथ और सीईओ को भेजी चिट्ठी

राजेंद्र सिंह ने मुख्यमंत्री को भेजी गई शिकायत में कहा है कि जो भी कमर्चारी काम कर रहे हैं, उनकी जांच की जाए। शिकायत में बताया कि इन 80 कर्मचारियों में करीब 10 कर्मचारी एक ही परिवार के हैं। इसके अलावा प्राधिकरण में एक एसीईओ के पर्सनल सेक्रेटरी और चपरासी के भाई-भतीजे-बेटा नौकरी कर रहे हैं। राजेंद्र सिंह ने सीईओ को बताया कि फर्जी तरह से नियुक्त कर्मचारी अब मजे से काम कर रहे हैं।

छोटे काम के नाम पर मोटी रकम ले रहे कर्मचारी

फर्जी तरीके से नियुक्त हुए कर्मचारी ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण में मजे ले रहे हैं और मोटी कमाई कर रहे हैं। इनके ऊपर कोई ध्यान देने वाला नहीं है। काफी कर्मचारी कमर्शियल, लैंड विभाग और आबादी विभाग में लगे हुए हैं। जो छोटे-मोटे काम करवाने के नाम पर मोटी रकम ले रहे हैं। वैसे तो 80 में से 49 कर्मचारियों को बाहर निकाल दिया था, लेकिन उसके बावजूद भी ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण में मजे से नौकरी कर रहे हैं। 

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