रिपोर्ट राजेश कुमार यादव
गाजियाबाद : गाजियाबाद भारतीय किसान यूनियन चढूनी द्वारा पूरे देश में एमएसपी पर चल रहे किसान आंदोलन में हुए शहीद किसानों के समर्थन में जिला स्तर पर प्रदर्शन कर प्रधानमंत्री को ज्ञापन दिया। किसान आंदोलन में एक एक युवक की गोली लगने से मौत के बाद भारतीय किसान यूनियन चढूनी गुट भी सकते में है। उन्होंने गुरुवार गाजियाबाद में आंदोलन कर जिलाधिकारी के माध्यम से प्रधानमंत्री को ज्ञापन सौंपा।
प्रदर्शन के दौरान पुलिस से हुई जमकर नोक झोंक
भारतीय किसान यूनियन चढूनी के राष्ट्रीय महासचिव मनोज नागर ने बताया कि गाजियाबाद में कलेक्ट्रेट के सामने किसानों के द्वारा रोड पर प्रदर्शन किया गया। इस दौरान पुलिस प्रशासन व किसान संगठन कार्यकर्ताओं के बीच काफी नोक झोंक हुई। मामला शांत होने के बाद जिलाधिकारी गाजियाबाद के माध्यम से प्रधानमंत्री को एक ज्ञापन दिया गया है। इस दौरान किसान संगठन द्वारा केंद्र सरकार से सभी 23 फसलों पर समर्थन मूल्य लागू करने की मांग की है। साथ ही किसानों के कर्ज माफी आंदोलन में शहीद हुए किसानों को उचित मुआवजा व परिवार को सरकारी नौकरी देने की मांग की गई। उन्होंने बताया कि पूरे देश में भूमि अधिग्रहण बिल 2013 के अनुसार ही जमीन का अधिग्रहण किया जाए और किसानों के वाहनों पर 10 साल के प्रतिबंध को भी समाप्त करने की मांग की गई है।
किसान यूनियन की चेतावनी
मनोज नागर ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि यदि केंद्र सरकार इन मांगों को नहीं मानती है तो भारतीय किसान यूनियन चढूनी भी एमएसपी पर चल रहे आंदोलन में सक्रिय रूप से भाग लेने को मजबूर हो जाएगा और यह आंदोलन पूरे देश का आंदोलन होगा। अतः हमारा केंद्र सरकार से अनुरोध है कि आप किसानों की मांगों पर विचार कर उन्हें लागू करने का कष्ट करें। उन्होंने कहा कि सरकार किसानों पर जुल्म करना बंद करे। प्रत्येक जिले की स्थानीय किसानों की समस्या है। उनका तुरंत निस्तारण करने की कृपा करें। मांगें नहीं माने जाने पर किसान यूनियन इस आंदोलन को और बड़ा करेगा।