रिपोर्ट राजेश कुमार यादव
कतर
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में भारत सरकार ने एक बड़ी कूटनीतिक जीत हासिल की है क्योंकि उन आठ पूर्व भारतीय नौसेना कर्मियों को सोमवार को कतर ने रिहा कर दिया, जिन्हें कथित तौर पर जासूसी के आरोप में मौत की सजा सुनाई गई थी. इससे पहले नई दिल्ली के राजनयिक हस्तक्षेप के बाद दोहा ने भारतीय नागरिकों की मौत की सजा को कम करके जेल कैद में बदल दिया गया था.
नौसेना के पूर्व कर्मियों के चिंतित परिजनों द्वारा उनकी रिहाई और उनकी मातृभूमि में सुरक्षित वापसी की गुहार के बीच, विदेश मंत्रालय (एमईए) ने आश्वासन दिया था कि वह सभी राजनयिक चैनलों के जरिए उन्हें वापस लाने के लिए कानूनी सहायता की व्यवस्था करेगा. विदेश मंत्रालय (एमईए) ने सोमवार को एक आधिकारिक बयान के माध्यम से जानकारी दी कि आठ पूर्व नौसेना अधिकारियों में से सात पहले ही भारत लौट चुके हैं.