रिपोर्ट राजेश कुमार यादव
गाजियाबाद : वैशाली स्थित सेक्टर-4 में पैरालंपिक खिलाड़ी ने प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के अंतर्गत लोन लेकर खोखा बनाया था। इस खोखे से वह अपनी आजीविका चला रहे थे। नगर निगम में सफाई नायक ने दिव्यांग से पांच हजार रुपये रिश्वत की मांग कर दी। जिसके नहीं देने पर जेसीबी चलाकर खोखा नष्ट कर दिया गया। दिव्यांग ने अपनी व्यथा एक वीडियो के जरिए सोशल मीडिया पर डाल दी। जिसके बाद नगर आयुक्त ने पीड़ित को अपने ऑफिस में बुलाया। आंखों में आंसू लेकर पहुंचे दीपक मुस्कुराते हुए नगर आयुक्त के ऑफिस से बाहर निकले।
यह है पूरा मामला
गाजियाबाद स्थित वैशाली के जनता फ्लैट में रहने वाले पैरालंपिक खिलाड़ी दीपक कुमार 100 फीसदी विकलांग हैं। कुछ वर्ष पहले एक सड़क दुर्घटना में उनकी रीढ़ की हड्डी में चोट लग गई थी। उसके बाद उनके हाथों और पैरों ने काम करना बंद कर दिया था। वे पैरालंपिक गेम्स में भी भाग ले चुके हैं। आजीविका कमाने के लिए उन्होंने प्रधानमंत्री मुद्रा लोन योजना के अंतर्गत खोखा चलाने के लिए बैंक से दो लाख रुपये का लोन लिया था। दीपक कुमार घर के पास ही वैशाली सेक्टर-4 आयकर भवन के सामने साल-2021 में एक खोखा बनाकर उसमें दुकान चला रहे थे। इसी खोखे से मुद्रा योजना के अंतर्गत लिया गया लोन भी चुका रहे थे। आरोप है कि नगर निगम में सफाई नायक ओमवीर ने दीपक कुमार से खोखा संचालन के बदले पांच हजार रुपये रिश्वत की मांग कर दी। जिसे दीपक कुमार नहीं दे पाए। दीपक कुमार का आरोप है कि वह दुकान बंद कर पैरा गेम खेलने के लिए गोवा गए हुए थे। मौका देखकर सफाई नायक ने जेसीबी से उनका लोहे का खोखा तोड़ दिया। उसमें रखा फ्रिज समेत अन्य सामान नष्ट हो गया।
मामले की जांच के आदेश
शनिवार को दीपक ने एक वीडियो बना कर सोशल मीडिया पर डाल दी। उसके बाद इस वीडियो पर संज्ञान लेते हुए नगर आयुक्त विक्रमादित्य सिंह मलिक ने दीपक कुमार को अपने ऑफिस में बुलाया और उनकी शिकायत सुनी। भावुक दीपक ने बताया कि खोखा टूटने के बाद अब वह बैंक के लोन की किस्त किस प्रकार वापस करेगा। उसकी आजीविका की एकमात्र उम्मीद भी नगर निगम के कर्मचारी ओमवीर ने चकनाचूर कर दी। दिव्यांग के आंसू देख नगर आयुक्त ने तुरंत ओमवीर को बुलाया और दिव्यांग दीपक को दूसरी किसी जगह पर एक नया खोखा बनाकर देने का आदेश दिया। नगर आयुक्त ने रिश्वत मांगने के मामले की जांच के आदेश भी दिए हैं।