रिपोर्ट राजेश कुमार यादव
हापुड़ : कई बार असफलताओं के बाद ही सफलता मिलती है। असफल होने के बाद भी व्यक्ति हार न माने और पूरी लगन से अपने लक्ष्य पाने का प्रयास करता रहे तो सफलता जरूर कदम चूमती है। यह बात आशना चौधरी पर सही साबित हो रही है। वह यूपीएससी परीक्षा में दो बार असफल रहीं, लेकिन तीसरे प्रयास में उन्होंने 116वीं रैंक हासिल कर सफलता प्राप्त की। आशना एसएसवी पीजी कॉलेज के प्रोफेसर अजित चौधरी की बड़ी बेटी हैं। अब आशना चौधरी को भारतीय पुलिस सेवा में उत्तर प्रदेश कैडर आवंटित हुआ है। इसको लेकर जिलेवासियों में हर्ष का माहौल है। लोग उन्हें बधाई देने के लिए पहुंच रहे हैं।
क्षेत्र में ख़ुशी की लहर
जिले के पिलखुवा नगर की मंडैय्या लखपत सिंह की रहने वाली आशना चौधरी पिछले वर्ष मई माह में इस परीक्षा में सफल हुई थीं। आशना चौधरी के पिता प्रोफ़ेसर अजीत सिंह एसएसवी पीजी कॉलेज में वाणिज्य के संकाय अध्यक्ष हैं। पूर्व में उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड में लगातार दो कार्यकाल सदस्य पद पर रहे हैं। आशना चौधरी को भारतीय पुलिस सेवा में उत्तर प्रदेश कैडर मिलने पर क्षेत्र में ख़ुशी की लहर दौड़ गई है। आशना चौधरी को उत्तर प्रदेश कैडर मिलने पर क्षेत्र के लोगों ने उन्हें और उनके पिता चौधरी अजित सिंह को बधाई दी है।
क्या बोलीं आशना
आशना ने बताया कि उन्होंने दो बार असफल होने के बाद भी हार नहीं मानी। बिना किसी कोचिंग के लगातार पढ़ाई करती रहीं। उनकी कोशिश ने ही आज उन्हें सफलता प्रदान की है। आशना कहती हैं कि तनाव मुक्त रहते हुए छात्र पूरी मेहनत से तैयारी करें। परीक्षा के दौरान पढ़ाई का समय एक से दो घंटे ही अधिक रखें। एक बात को बार-बार न दोहराएं, कम बोलें और बात को स्पष्ट समझें। तर्क-वितर्क से बचें और पढ़ाई के दौरान सेहत का भी ध्यान रखें। आत्मविश्वास बनाए रखें और धैर्य कभी न खोएं। उन्हें उत्तर प्रदेश कैडर मिलने पर वह बहुत खुश हैं और जो उन्हें जिम्मेदारी मिलेगी, उसे वह बखूबी निभाएंगी ।।