नोएडा एयरपोर्ट के निर्माण में आएगी तेजी, दिन-रात काम करने के लिए एक हजार कर्मचारी बढ़ेंगे -

A G SHAH . Editor in Chief
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रिपोर्ट राजेश कुमार यादव

ग्रेटर नोएडा : नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट का काम युद्धस्तर पर चल रहा है। उम्मीद जताई जा रही है कि काफी जल्दी नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट से हवाई जहाज उड़ने लगेंगे। इसके लिए फैसला लिया गया है कि निर्माणाधीन साइट पर एक हजार श्रमिकों की संख्या बढ़ाई जाएगी। इस समय नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर करीब 7682 श्रमिक काम कर रहे हैं। ये श्रमिक दिन-रात नोएडा एयरपोर्ट को बनाने में लगे हुए हैं। अब फैसला लिया गया है कि करीब 1000 श्रमिकों की संख्या बढ़ाई जाएगी, जिससे नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट का काम जल्दी पूरा हो जाए।

1095 दिन में पूरा होना चाहिए काम

नोएडा एयरपोर्ट पर फरवरी 2024 से हवाई जहाज उड़ानों का ट्रायल शुरू हो जाएगा। इसको लेकर बहुत जल्द लखनऊ में समीक्षा बैठक की जाएगी। फिलहाल नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट की साइट पर काफी तेजी के साथ काम चल रहा है। जानकारी के मुताबिक नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड और ज्यूरिख इंटरनेशनल एयरपोर्ट के बीच हुए अनुबंध के हिसाब से 1095 दिन में काम पूरा हो जाना चाहिए। उसके मुताबिक 19 सितंबर 2024 को तारीख समाप्त हो रही है।

लखनऊ में हुई हाईलेवल बैठक

अब फैसला लिया जा रहा है कि नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट की साइट पर काम में तेजी लाने करीब एक हजार काम करने वालों की संख्या बढ़ाई जाएगी। इसको लेकर पहले ही बैठक हो चुकी है। जिसमें उत्तर प्रदेश के औद्योगिक विकास आयुक्त मनोज कुमार सिंह और नोएडा एयरपोर्ट के सीईओ डॉक्टर अरुणवीर सिंह मौजूद रहे।

एयरपोर्ट पर 3 हिस्सों में निर्माण चल रहा

यमुना प्राधिकरण से मिली जानकारी के मुताबिक़ ज़ेवर में बन रहे नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट का कंस्ट्रक्शन टाइम लाइन के मुताबिक़ चल रहा है। पहले चरण में मुख्य रूप से 3 हिस्सों में निर्माण चल रहा है। पहले हिस्से में टर्मिनल बिल्डिंग, दूसरे में रनवे और तीसरे हिस्से में एयर ट्रैफ़िक कंट्रोल की बिल्डिंग शामिल है। क़रीब 2 महीने पहले एटीसी बिल्डिंग का कंस्ट्रक्शन पूरा हो गया था। उसके साथ ही रनवे का काम भी पूरा कर लिया गया था। अब टर्मिनल बिल्डिंग का कंस्ट्रक्शन पूरा हो गया है।

पायलट की मदद के लिए काम शुरू

बताया गया है कि रनवे पर उपकरण लगाने का काम एयरपोर्ट अथॉरिटी ने शुरू कर दिया है। इनमें रिफ्लेक्टर और साइनेज जैसे उपकरण शामिल है। हवाई जहाज़ की उड़ान और लैंडिंग के वक़्त ये उपकरण पायलट की मदद करते हैं। रनवे पर उपकरण लगाने के बाद इसका काम पूरा हो जाएगा। दूसरी तरफ़ एटीसी बिल्डिंग में ही मशीनें लगायी जा रही है। टर्मिनल बिल्डिंग भी अगले चार महीने में पूरी हो जाएगी। उम्मीद है कि मार्च या अप्रैल महीने में जेवर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर टेस्टिंग फ़्लाइट शुरू हो सकती है।

नोएडा एयरपोर्ट को DXN नाम से जानेगी दुनिया

पूरी दुनियाभर में जितने भी एयरपोर्ट हैं। उनका एक कोड होता है, जिसको इंटरनेशनल एयर ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन देता है। नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के लिए तीन नाम भेजे गए थे। जिनमें से DXN नाम फाइनल किया गया है। अब नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट का कोड वर्ड DXN (डीएक्सएन) होगा। नोएडा एयरपोर्ट को अब पूरी दुनिया में डीएक्सएन नाम से जाना जाएगा। अगर आप फ्लाइट बुकिंग करते हो तो आपको डीएक्सएन एयरपोर्ट से बुकिंग करनी पड़ेगी। इसके अलावा दिन-रात नोएडा एयरपोर्ट की साइट पर काम चल रहा है।

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