सड़क सुरक्षा समिति की बैठक आयोजित ट्रक, ट्रॉली पर अनिवार्य रूप से लगाया जाए रिफ्लेक्टर टेप:सीडीओ सड़क दुर्घटना में घायलों की मदद करने वालों को किया जाएगा पुरस्कृत:सीडीओ

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रिपोर्ट राजेश कुमार यादव

लखनऊ/देवरिया,। मुख्य विकास अधिकारी प्रत्यूष पांडेय ने सड़क दुर्घटनाओं को प्रभावी रुप से नियंत्रित किए जाने के लिए सभी जुडे विभागों को आपसी समन्वय के साथ कार्य करते हुए एहतियाती उपायों को अपनाये जाने व अन्य आवश्यक प्रबंधन सुनिश्चित किए जाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा है कि सड़क दुर्घटनाओं में कमी आये व जनहानि न हो, इसके लिए सभी को अपने दायित्वों को पूरी निष्ठा के साथ निभाने की आवश्यकता है।      

       सीडीओ आज विकास भवन स्थित कार्यकक्ष में जनपदीय सड़क सुरक्षा समिति की बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। सीडीओ ने ठंड के मौसम में दुर्घटना को कम करने एवं कोहरे के दृष्टिगत अभी से तैयारियां शुरू करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि सभी वाहनों खासकर गन्ना ढोने वाली ट्रॉलियों एवं ट्रकों में रिफ्लेक्टर टेप अनिवार्य रूप से लगना सुनिश्चित किया जाए। गन्ने की धुलाई डबल ट्रॉली से किसी भी दशा में नहीं होनी चाहिए। डबल ट्रॉली दुर्घटना की बड़ी वजह होती हैं।  उन्होंने कहा कि दुर्घटना की संभावना वाले ब्लैक स्पॉट्स पर ब्लिंकर्स, संकेतक इत्यादि अनिवार्य रूप से लगाया जाए। सीडीओ ने नशे की हालत में वाहन चलाने वालों पर लगाम कसने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि सड़क हादसों के प्रमुख वजहों में नशे की हालत में वाहन चलाना शामिल है। इस संबन्ध में अभियान चलाया जाए।

        सीडीओ ने सडक सुरक्षा संबंधित गतिविधियों यथा चालकों-परिचालको को प्रशिक्षित करना, माइक द्वारा प्रचार-प्रसार, प्रदूषण जॉच केन्द्रों एवं ड्राइविंग ट्रेनिंग स्कूलों का निरीक्षण, विद्यालय वैन के चालकों एवं निगम के चालको को प्रशिक्षित करना, हेल्थ कैम्प एवं नेत्र शिविर आदि कार्यक्रमों का आयोजन संबंधित विभाग प्रमुखता से सुनिश्चित करायें। यातायात नियमों की जानकारी ही दुर्घटना से बचाव व उसमें कमी लाने का प्रमुख कडी है। इसलिए विद्यालयों आदि में जागरुकता कार्यक्रम शिक्षा विभाग सुनिश्चित करायें, जिससे कि बच्चों आदि को जागरुक किया जा सके।

       सीडीओ ने यह भी कहा कि जनपदीय परिवहन, पुलिस, यातायात पुलिस बिना हेलमेट व सीटबेल्ट, ओवर स्पीड, तीन सवारी तथा प्रेशरहॉर्न व मॉडिफायर साइलेन्सर आदि के विरुद्ध अभियान चलाकर कार्यवाही प्राथमिकता के साथ करें।  सडक दुर्घटनाओं के कारणों की पहचान कर उसपर कार्रवाई की जाये।

       बैठक में पुलिस उपाधीक्षक अंशुमान श्रीवास्तव, एसीएमओ डॉ संजय कुमार, अधिशासी अभियंता पीडब्लूडी प्रांतीय खण्ड आरके सिंह, अधिशासी अभियंता निर्माण खंड मनोज पांडेय, एआरटीओ आशुतोष शुक्ला सहित विभिन्न अधिकारी मौजूद थे।     

 सडक दुर्घटना में घायलों की मदद करने वाले को किया जायेगा पुरस्कृत 

      सीडीओ प्रत्यूष पांडेय ने बताया कि सड़क दुर्घटना में घायल को अस्पताल पहुंचाने वाले व्यक्ति(गुड सेमेरिटन) को सड़क सुरक्षा कोष से पांच हजार रुपये प्रोत्साहन राशि देने का प्रावधान है। यह राशि सड़क सुरक्षा कोष से आवंटित की जाती है। सीडीओ ने नागरिकों से सड़क दुर्घटना में घायल व्यक्तियों को अस्पताल पहुंचाने की अपील की, जिससे उनकी जान बचाई जा सके। उन्होंने बताया कि राजमार्ग पर सड़क दुर्घटना में घायल व्यक्ति की सहायता के लिए नेशनल हाइवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया का हेल्पलाइन नंबर 1033 या 108 नंबर डायल कर मदद पहुंचाई जा सकती है। सीडीओ ने बताया कि 1033 नंबर डायल करते ही हाईवे पर एंबुलेंस, क्रेन और वेहिकल तीनों पहुंचते हैं और आवश्यकतानुसार घायल का सहयोग करते हैं।


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