झारखंड में कांग्रेस सांसद के ठिकानों से 300 करोड़ मिले:नोट गिनने में 2 दिन और लगेंगे; 40 छोटी-बड़ी मशीनों से हो रही गिनती

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रिपोर्ट राजेश कुमार यादव

रांची

यह फुटेज ओडिशा के टिटलागढ़ के ऑफिस का है। यहां 6 दिसंबर को 30 अलमारियों में कैश मिला।

कांग्रेस सांसद धीरज साहू और उनके करीबियों के तीन राज्यों झारखंड, ओडिशा और पश्चिम बंगाल के 10 ठिकानों से आयकर विभाग को शनिवार तक 300 करोड़ से ज्यादा का कैश मिल चुका है। टैक्स चोरी के मामले में इनके घर,ऑफिस और फैक्ट्री पर बुधवार 6 दिसंबर को छापेमारी शुरू की गई थी। धीरज झारखंड से राज्यसभा सदस्य हैं। इनकम टैक्स के अफसरों के मुताबिक, ये किसी सिंगल ऑपरेशन में बरामद हुई अब तक की सबसे बड़ी रकम है।

आयकर विभाग को यह कैश ओडिशा के टिटलागढ़, बोलांगीर और संबलपुर स्थित ठिकानों से मिला है। शनिवार 8 दिसंबर को नोट गिनने के लिए 40 बड़ी और छोटी मशीनें लगाई गई हैं। नोटों की गिनती अब तक जारी है।आयकर विभाग के महानिदेशक संजय बहादुर ने दिल्ली जाने के दौरान भुवनेश्वर एयरपोर्ट पर मीडिया से कहा कि कैश की मात्रा इतनी ज्यादा है कि अभी गिनती में दो दिन और लगेंगे। इसके बाद ही आधिकारिक रूप से इस पर जानकारी दी जा सकेगी।

कांग्रेस सांसद धीरज साहू को शूटिंग का शौक है।

कांग्रेस सांसद धीरज साहू को शूटिंग का शौक है।

छापे से जुड़ी अहम बातें: पहले दिन नोटों से भरी 30 अलमारी मिली थीं

आयकर विभाग ने बुधवार 6 दिसंबर को छापेमारी शुरू की थी। 7 दिसंबर तक शराब बनाने वाली कंपनी बलदेव साहू एंड ग्रुप ऑफ कंपनीज के कार्यालय में नोटों से भरी 30 अलमारी मिली थीं। इनमें से 9 में 500, 200 और 100 रुपए के नोट के बंडल जब्त किए थे। नोटों से भर कई बैग भी मिले थे।

हालांकि, इनमें कितना कैश था, इसकी जानकारी आईटी टीम ने नहीं दी। अभी लॉकरों को खोला जाना बाकी है। गुरुवार की शाम तक 260 करोड़ का कैश मिल चुका था। इसके बाद यह राशि बढ़ती चली गई।

इसके बाद, शुक्रवार को आयकर विभाग को ओडिशा के टिटलागढ़ में शराब कारोबार संभालने वाले संजय साहू और दीपक साहू के घर से 8 करोड़ रुपए बरामद हुए है। राइस मिलर और ट्रांसपोर्टर राजकिशोर जायसवाल के ठिकानों से भी बड़ी रकम जब्त हुई।

ओडिशा के बौध जिले की राइस मिल और बौध डिस्टलरी प्राइवेट लिमिटेड में शुक्रवार को देर शाम छापेमारी हुई। यहां से भी कैश मिलने की खबर है।

टिटलागढ़ में आयकर विभाग की टीम कैश ले जाते हुए।

टिटलागढ़ में आयकर विभाग की टीम कैश ले जाते हुए।

इन जगहों पर आयकर विभाग की दबिश

ओडिशा में बौध डिस्टिलरीज प्राइवेट लिमिटेड कंपनी और इससे जुड़े परिसरों में छापेमारी।

बलदेव साहू एंड ग्रुप ऑफ कंपनीज के ठिकाने (यह बौध डिस्टिलरी की पाटर्नशिप फर्म है)।

बौध डिस्टिलरी के भुवनेश्वर स्थित कॉर्पोरेट कार्यालय और अधिकारियों के घर पर।

बोलांगीर के सुदापाड़ा और टिटलागढ़ के दो शराब व्यापारियों के आवास।

रांची के रेडियम रोड स्थित सुशीला निकेतन आवास।

लोहरदगा स्थित सांसद धीरज साहू का आवास।

ओडिशा के बोलांगीर और संबलपुर से नोट बरामद हुए।

ओडिशा के बोलांगीर और संबलपुर से नोट बरामद हुए।

आलमारियों में 200 और 500 के नोट मिले।

आलमारियों में 200 और 500 के नोट मिले।

4 मशीनें खराब, भुवनेश्वर से मंगाई गईं बड़ी मशीनें

लंबे समय से आलमारी में रखे होने के कारण नोटों में नमी आ गई, जिसकी वजह से नोट एक दूसरे से चिपक गए हैं। नोट गिनने के दौरान अब तक चार मशीनें खराब हो चुकी हैं, इस कारण गिनती में देर हो रही है।अब भुवनेश्वर से बड़ी मशीनें मंगाई गई हैं। 8 दिसंबर को 12 बजे दिन से छह बड़ी मशीनों से नोटों की गिनती शुरू हुई, जो अब तक जारी है।

आयकर की छापेमारी को देखते हुए बौध जिला स्थित बौद्ध डिस्टलरी प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के कर्मचारियों ने 500-500 के नोटों को फाड़कर फेंकना शुरू कर दिया। आयकर विभाग के अधिकारियों ने छापेमारी के दौरान जब कंपनी के चारदीवारी के आसपास देखा तो पाया कि पांच-पांच सौ के नोट फाड़कर फेंके हुए है। आयकर विभाग के अधिकारियों ने नोटों को जब्त कर लिया। फटे हुए नोट चारदीवारी के अलावा बॉटलिंग प्लांट के बॉयलर के नजदीक मिले।

रांची के रेडियम रोड स्थित सुशीला निकेतन आवास में भी रेड डाली गई है।

रांची के रेडियम रोड स्थित सुशीला निकेतन आवास में भी रेड डाली गई है।

नोट कई दिनों से रखे होने पर उनमें नमी आ गई। इससे वे चिपक गए। इन्हें गिनने में परेशानी आ रही है।

नोट कई दिनों से रखे होने पर उनमें नमी आ गई। इससे वे चिपक गए। इन्हें गिनने में परेशानी आ रही है।

42 शराब दुकानों से कर्मचारी भागे, अभी तक गिरफ्तारी नहीं

बलदेव साहू संस एंड ग्रुप की ओडिशा में 250 से अधिक शराब की दुकानें है। आयकर की छापेमारी के बाद बोलांगीर जिले की 42 दुकानों के कर्मचारी दुकानें बंद कर भाग गए है। उन्हें गिरफ्तारी और पूछताछ का डर है।

आयकर विभाग के महानिदेशक संजय बहादुर नोटों की जब्ती और गिनती सहित पूरे अभियान पर नजर रख रहे हैं। इस सिलसिले में अब तक किसी को गिरफ्तार नहीं किया गया है। वहीं, शराब का कारोबार करने वाली कंपनी की ओर से भी अभी तक छापे को लेकर कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।

40 एकड़ में फैली है कंपनी

ये बौध डिस्टलरी प्राइवेट लिमिटेड है। यह शराब बनाने वाली देश की सबसे बड़ी कंपनियों में शुमार है।

ये बौध डिस्टलरी प्राइवेट लिमिटेड है। यह शराब बनाने वाली देश की सबसे बड़ी कंपनियों में शुमार है।

बौद्ध डिस्टलरी प्राइवेट लिमिटेड भुवनेश्वर से करीब 200 किलोमीटर दूर स्थित बौध जिले में है। यह 40 एकड़ में फैली है। इस ग्रुप के निदेशकों में अमित साहू, रितेश साहू और उदय शंकर प्रसाद का नाम है। विभागीय सूत्रों के मुताबिक नोटों की गिनती पूरी होने के बाद ही कंपनी से जुड़े लोगों से पूछताछ की जा सकती है। कहा जाता है कि यह शराब बनाने और बिक्री करनेवाली देश की सबसे बड़ी कंपनियों में शुमार है।

कौन हैं धीरज साहू

23 नवंबर 1955 को रांची में जन्म हुआ। धीरज प्रसाद साहू के पिता का नाम राय साहब बलदेव साहू और मां सुशीला देवी है। रांची के मारवाड़ी कॉलेज से बीए तक की पढ़ाई की है। तीन बार राज्यसभा सांसद रहे हैं। धीरज की एक वेबसाइट है, जिसमें वह खुद को एक कारोबारी भी बताते हैं। पिता राय साहब बलदेव साहू स्वतंत्रता की लड़ाई में शामिल रहे। आजादी के वक्त से ही परिवार कांग्रेस से जुड़ा है।

राजनीति में यूथ कांग्रेस से शुरुआत

धीरज 1977 में लोहरदग्गा जिला यूथ कांग्रेस में शामिल हुए। भाई शिव प्रसाद साहू रांची से दो बार कांग्रेस के टिकट पर लोकसभा सांसद रहे। 2018 में दायर हलफनामे में अपनी संपत्ति 34.83 करोड़ बताई थी। उन्होंने 2.04 करोड़ चल संपत्ति की भी जानकारी दी थी। उन पर कोई आपराधिक मामला नहीं है। हलफनामे के अनुसार, उनके पास एक रेंज रोवर, एक फॉर्च्यूनर, एक बीएमडब्ल्यू और एक पजेरो है।


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