रिपोर्ट रजेश कुमार यादव
नई दिल्ली
वंदे भारत एक्सप्रेस ने देश भर में प्रीमियम सेमी-हाई-स्पीड ट्रेनों के रूप में काफी लोकप्रियता हासिल की है। इसके साथ ही रेल विभाग अब यात्रियों की सुविधा के लिए वंदे भारत स्लीपर, वंदे साधारण और वंदे मेट्रो ट्रेनें विकसित करने की दिशा में काम कर रही है।
हाल ही में केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने वंदे भारत ट्रेनों के बारे में बात कि फिलहाल देशभर में 23 वंदे भारत ट्रेनें चल रही हैं, लेकिन साल 2047 तक 4,500 वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनें चलाने की तैयारी की जा रही है।
सिंधिया ने कहा कि अगले साल जेवर में 'नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट' का उद्घाटन भी किया जाएगा। इसके अलावा दिसंबर के अंत तक अयोध्या में एक और एयरपोर्ट बनकर तैयार हो जाएगा, जिसका उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे।
बता दें कि प्रधानमंत्री मोदी ने फरवरी 2019 में नई दिल्ली और वाराणसी के बीच पहली वंदे भारत ट्रेन का उद्घाटन किया था। वंदे भारत एक्सप्रेस को सबसे तेज़ ट्रेन के रूप में जाना जाता है और सुरक्षा कारणों से इसकी अधिकतम गति 130 किमी प्रति घंटा तक सीमित है।
इस ट्रेन की सीटें आरामदायक हैं, फुली एसी सिस्टम, वाई-फाई और ऑटोमैटिक दरवाजे भी शामिल हैं। रेलवे विभाग यात्रियों की सुविधा के लिए वंदे भारत स्लीपर ट्रेनें विकसित कर रहा है। इसका उद्घाटन फरवरी 2024 तक होने की संभावना है।
इन ट्रेनों का निर्माण इंटीग्रल कोच फैक्ट्री, चेन्नई के सहयोग से बैंगलोर में भारत अर्थ मूवर्स लिमिटेड मैनुफैक्चरिंग यूनिट में किया जा रहा है। इस वंदे भारत स्लीपर ट्रेन में कुल 16 कोच होंगे, जिसमें कुल 823 बर्थ होंगी।
यह ट्रेन 160 प्रति घंटे की रफ्तार से चलने में सक्षम होगी। ट्रेन में दुर्गंध रहित शौचालय और स्वचालित दरवाजे जैसी अत्याधुनिक सुविधाएं होंगी। कुछ ही दिनों में कम लागत वाली वंदे साधारण एक्सप्रेस ट्रेनें भी चलेंगी।
ये 800 किलोमीटर से ज्यादा की दूरी तय कर सकती हैं। यह इंटरसिटी यात्रा के लिए सबसे उपयुक्त है और इसका उपयोग दिन-रात की यात्रा के लिए किया जा सकता है। इस ट्रेन में 22 कोच होंगे।
नई वंदे साधारण एक्सप्रेस 29 अगस्त को मुंबई के वाडी बंदर यार्ड में पहुंची। 8 नवंबर को अहमदाबाद और मुंबई के बीच सफलतापूर्वक ट्रायल रन किया गया था। रेलवे विभाग ने फिलहाल देशभर के 30 रूटों पर वंदे साधारण एक्सप्रेस ट्रेनों को चलाने का फैसला किया है।