रिपोर्ट राजेश कुमार यादव
गोरखपुर।पत्रकार मनीष पांडेय के माता जी की मृत्यु 9 नवंबर को प्राप्त होते ही शुभ चिंतकों पत्रकारों में शोक की लहर दौड़ पड़ी जो जहां सुना उनके घर पहुंच कर उनका ढ़ाडस बढ़ाने का कार्य किया आज राजघाट के राप्ती नदी के रामघाट पर माता जी का अंतिम संस्कार किया गया मनीष के पिता राम इकबाल पांडेय अपने पत्नी श्री मती सिंधु देवी पांडेय को मुखाग्नि दिए श्रीमती सिंधु देवी अपने पीछे भरा हुआ परिवार तीन पुत्रों दो पुत्री को छोड़कर गई है जो अपने माता को सदैव याद करते रहेंगे होनी को कोई टाल नहीं सकता व्यक्ति या महिला बच्चे या बूढ़े की मृत्यु होने पर परिवार एवं शुभचिंतकों को दुख बहुत होता है लेकिन इस होनी को कोई टाल नहीं सकता यह समय निर्धारित होता है मृत्यु सत्य है और शरीर नश्वर है,यह जानते हुए भी अपनों के जाने का दुःख होता है,हमें ईश्वर से प्रार्थना करनी चाहिए कि दिवंगत आत्मा को शांति और मोक्ष प्रदान करें होनी को कौन टाल सकता हैं,ईश्वर की इच्छा के सामने, इंसान बेबस होता हैं,आपकी माता जी की,आत्मा को शन्ति मिले,ईश्वर इस दुःख की घड़ी में,आपको धैर्य और शक्ति दे इन आँसुओं को बह लेने दीजिये
दर्द में ये दवा का काम करते हैं
सीने में सुलग रहे हैं अँगारे जो
ये उन्हें बुझाने का काम करते हैं !
हालांकि कोई शब्द वास्तव में आपको खोने में मदद नहीं कर सकता है,बस जानते हैं कि आप हर विचार और प्रार्थना में बहुत करीब हैं अकेले, अब बन जाना चाहिए फिर भी, कोई भी व्यक्ति वास्तव में अकेला नहीं है;जो लोग अब तक गूंज नहीं रहते हैं|
हमारे विचारों और शब्दों के भीतर,और उन्होंने क्या किया है
हम क्या कर रहे हैं में बुना हुआ मृत्यु सत्य है और शरीर नश्वर है,
यह जानते हुए भी अपनों के जाने का दुःख होता है,हमें ईश्वर से प्रार्थना करनी चाहिए कि दिवंगत आत्मा को शांति और मोक्ष प्रदान करें।अंतिम यात्रा में शहर के गणमान्य और पत्रकार गण प्रेस क्लब पूर्व अध्यक्ष रितेश मिश्रा प्रेस क्लब महामंत्री भूपेंद्र द्विवेदी, राज श्रीवास्तव वरिष्ठ संवाददाता गजेंद्र त्रिपाठी राजेश पांडेय नीरज श्रीवास्तव अजीत यादव विनीत पांडेय अमर राय राम शकर यादव कार्यकारिणी सदस्य दुर्गेश यादव राजीव पांडे सहित बड़ी संख्या में अधिकारी व अन्य गणमान्य मौजूद रहे।