गोरखपुर से राजेश कुमार यादव की रिपोर्ट
गोरखपुर ।प्याज की कीमतों में बढ़ोतरी के चलते रसोई का स्वाद बिगाड़ दिया है। इसके बावजूद, लोग प्याज की महंगाई के कारण अपने पसंदीदा व्यंजनों से दूर रह रहे हैं प्याज की कीमतों के बढ़ते दाब के कारण, आम लोगों के पास इसका उपयोग कम करने के लिए कठिनाइयाँ हो रही हैं। खासकर, गरीब वर्ग के लोग प्याज की कीमतों के बढ़ते प्रभाव का अधिक अहसास कर रहे हैं। वैसे तो सरकार ने घरेलू बाजार में प्याज की बढ़ती कीमतों पर अंकुश लगाने की तैयारी शुरू कर दी है। केंद्र सरकार ने घरेलू उपलब्धता बनाए रखने के लिए प्याज के निर्यात पर 800 अमेरिकी डॉलर (लगभग 67 हजार रुपये) प्रति मीट्रिक टन का न्यूनतम निर्यात मूल्य (एमईपी) तय किया है। अधिसूचना के मुताबिक सरकार ने यह कदम प्याज की बढ़ती बाजारो में प्याज की खुदरा कीमतें बढ़कर 65-80 रुपये प्रति किलोग्राम हो गई है। स्थानीय विक्रेता 80 रुपये प्रति किलोग्राम की दर पर प्याज बेच रहे हैं।