रिपोर्ट राजेश कुमार यादव
सुल्तानपुर उत्तर प्रदेश
दिनांक 19मार्च 2025
हाल ही में, उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्री और निषाद पार्टी के प्रमुख, संजय निषाद, ने सुल्तानपुर में एक जनसभा के दौरान विवादित बयान दिया। उन्होंने कहा कि वे यहाँ तक पहुँचने के लिए सात दारोगाओं के हाथ-पैर तुड़वाकर उन्हें गड्ढे में फेंकवा चुके हैं।
संजय निषाद ने पुलिस अधिकारियों को चेतावनी देते हुए कहा कि यदि उनके समुदाय के लोगों को फर्जी मामलों में फंसाया गया, तो वे सख्त कार्रवाई करेंगे। उन्होंने पुलिसकर्मियों को संबोधित करते हुए कहा कि हमारे लड़कों के ऊपर से सारे फर्जी केस हटाओ, नहीं तो आंदोलन होगा, दारोगा सस्पेंड हो जाएगा, और मुख्यमंत्री तक से शिकायत करूंगा।
इस बयान के बाद, संजय निषाद ने स्पष्ट किया कि उन्होंने यह कदम आत्मरक्षा में उठाया था, जब कानून के रक्षक ही भक्षक बन गए थे। उन्होंने कहा कि संविधान में आत्मरक्षा का अधिकार मिला है, और जब कोई कानून का रक्षक ही भक्षक बन जाएगा, तो अपनी रक्षा के लिए कुछ भी करना पड़ता है।
संजय निषाद के इस बयान के बाद राजनीतिक और सामाजिक हलकों में तीखी प्रतिक्रियाएँ देखने को मिल रही हैं। विपक्षी दलों ने उनके इस बयान की निंदा की है और इसे कानून व्यवस्था के लिए खतरनाक बताया है। वहीं, सोशल मीडिया पर भी इस बयान को लेकर बहस छिड़ी हुई है।
यह मामला उत्तर प्रदेश की राजनीति में एक नए विवाद का कारण बन गया है, और देखना होगा कि आने वाले दिनों में इस पर क्या कार्रवाई होती है।