रिपोर्ट राजेश कुमार यादव
हेड एडीटर sctv news
लखनऊ/जौनपुर उत्तर प्रदेश
यूपी एसटीएफ के हाथों मुठभेड़ में मारे गए जौनपुर के बदमाश मंगेश यादव ने चोरी और छिनैती से आपराधिक जीवन की शुरुआत की थी। फिर अपराध की दुनिया में ऐसा फंसता गया कि सिर्फ चार साल के आपराधिक जीवन में गुरुवार को भोर में पुलिस के हाथों उसके जीवन का अंत हो गया। मंगेश यादव के खिलाफ वर्ष 2021 में पहला मुकदमा चोरी और माल बरामदी का जिले के करौंदीकला थाना में दर्ज हुआ था। फिर एक-एक कर उस पर वर्ष 2022 तक उस पर छह मुकदमे दर्ज हुए।
वर्ष 2023 में करौंदीकला थाना से उस पर गैंगस्टर एक्ट की कार्रवाई की गई। 2024 में बाइक चोरी का केस दर्ज जौनपुर में दर्ज हुआ था। आरोप है कि उसी चोरी की बाइक सुलतानपुर सराफा डकैती कांड में इस्तेमाल की गई थी। उसके बाद 28 अगस्त 2024 को उसका नाम सुलतानपुर की चर्चित सराफा डकैती कांड में सामने आया। फिर पुलिस उसके पीछे पड़ गई और गुरुवार को भोर में पुलिस मुठभेड़ में उसे ढेर कर दिया,ऐसे चार वर्ष के आपराधिक जीवन में उसका अंत हो गया।