रिपोर्ट राजेश कुमार यादव
Head editor sctv news
नयी दिल्ली
लोकतंत्र में भरोसा नहीं करने वाले पाकिस्तान का पड़ोसी देश में लोकतांत्रिक गतिविधियाें को देख बेचैन होना स्वाभाविक है। यही कारण है कि जब से जम्मू-कश्मीर में चुनाव की तैयारियां आरंभ हुई हैं, तब से वह किसी न किसी तरह से आतंकवाद को बढ़ावा देने में जुटा हुआ है।
ऐसा दावा किया गया है कि करीब छह सौ सैनिकों को उसने आतंकवादी के रूप में घुसपैठ की तैयारी की है, जिनसे आए दिन सुरक्षा बल सख्ती के साथ निपट रहे हैं।