रिपोर्ट राजेश कुमार यादव
मोतिहारी नेहा को टीचर बनने का शौक था। वो बन भी गई। नेहा वैवाहिक जीवन में भी खुश रहे, इसलिए शिक्षक लड़के से शादी भी करवाई। लेकिन, दहेज की डिमांड को लेकर नेहा को काफी प्रताड़ित किया गया, जिससे उसने मर जाना ठीक समझा। घर से आखिरी बार जाते समय उसने दादी को कहा था कि अब मेरा मरा मुंह ही देखना। इस दर्द को बयां करते हुए BPSC टीचर नेहा गुप्ता (मृतका) के पिता रो पड़ते हैं।नेहा की बुआ ने बताया कि नेहा को अस्पताल ले जाते समय पूछा था, तुम्हें जहर कहां से मिला। उसने बताया था कि पति ने ही खरीद कर पर्स में रख दिया था। कहा था कि अगर पैसे और गाड़ी लेकर नहीं आओगी तो इसे खाकर मर जाना।वहीं, दादी ने कहा- नेहा ने बताया था कि स्कूल में किसी शिक्षक से बात कर लेती हूं तो पति गाली देता है। मारपीट भी करता है।
20 लाख और स्कॉर्पियो मांग रहे थे
दरअसल, मोतिहारी में ससुराल वालों के टॉर्चर से तंग आकर 22 जून को BPSC टीचर नेहा गुप्ता (25) ने अपने मायके में आत्महत्यl