रिपोर्ट राजेश कुमार यादव
चीन
जिसमें एक कैंसर की मरीज नोटों से भरा बैग लेकर डॉक्टर के पास आई और उसने डॉक्टर से कहा.
मेरी जिंदगी बचाएँ मेरे पास और भी बहुत दौलत है तुम्हें देने के लिए लेकिन जब डॉक्टर नें बताया अब उसका इलाज मुमकिन नहीं है क्योंकि उसका कैंसर लास्ट स्टेज पर है
और अब डॉक्टरज उसकी जिंदगी नहीं बचा सकते तो वह बहुत गुस्सा हुई और पागलों की तरह चीखते हुए पूरे हॉस्पिटल के बरामदे में नोटों को फेंकती गई
और बोलती रही "क्या फ़ायदा इस दौलत का जो मेरी जान नहीं बचा सकती" क्या फ़ायदा इतना अमीर होने का, ये दौलत मुझे सेहत नहीं दे सकती ये दौलत जिंदगी नहीं दे सकती
इसलिए दोस्तों भागदौड़ वाली इस ज़िन्दगी में सिर्फ पैसे कमाने में व्यस्त ना रहे,,, नेकियों वाले काम करें और बुरे कामों से बचे!