प्रदेश में सूखे से निपटने के लिए विशेषज्ञ करेंगे मंथन ,सीएम योगी

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सीएम योगी के निर्देश पर आईजीपी में टेक्नोलॉजी फॉर ड्रॉट पर आयोजित करायी जा रही एक दिवसीय राज्य स्तरीय कॉन्फ्रेंस   


- एक दिवसीय कॉन्फ्रेंस में प्रदेश और देश भर के प्रमुख तकनीकी संस्थान, शोध संस्थान और तकनीकी विवि के विशेषज्ञ करेंगे मंथन 

रिपोर्ट राजेश कुमार यादव

लखनऊ, योगी सरकार उत्तर प्रदेश में आपदाओं से निपटने और इससे होने वाली जनहानि एवं धनहानि को कम करने के लिए प्रयासरत है। इसको लेकर योगी सरकार लगातार निर्णय भी ले रही है। इसी के तहत मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मंशा के अनुरुप सोमवार 4 मार्च को आईजीपी (इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान) में अत्याधुनिक टेक्नोलॉजी के प्रयाेग से सूखे की निगरानी, न्यूनीकरण और उच्च प्रबंधन के लिए 'टेक्नोलॉजी फॉर ड्रॉट' पर एक दिवसीय राज्य स्तरीय काॅन्फ्रेंस का अायोजन किया जाएगा। यह आयोजन राहत विभाग द्वारा आईआईटी कानुपर के सहयोग से किया जा रहा है, जिसमें प्रमुख स्टेकहोल्डर्स के रूप में प्रदेश और देश के प्रमुख तकनीकी संस्थान, शोध संस्थान, तकनीकी विश्विविद्यालय के साथ-साथ संबंधित विभागों के विशेषज्ञ हिस्सा लेंगे। 

सूखे की समस्या पर होगी चर्चा 

प्रमुख सचिव राजस्व पी. गुरु प्रसाद ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर प्रदेश में आपदाओं से निपटने के लिए विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे हैं। इसी क्रम में हाल ही में आईआईएम लखनऊ के एक्सपर्ट द्वारा प्रदेश के एडीएम एफआर को आपदा प्रबंधन का प्रशिक्षण दिया गया था। साथ ही अापदाअों से निपटने, सतर्क रहने और तैयारी करने के लिए टेक्नोलॉजी के उपयोग और जनहानि को कम करने के लिए डिजास्टर मैनेजमेंट में विशेषज्ञ संस्थानाें के साथ एमओयू किया गया है, जो प्रशिक्षण देने के साथ आपदा के समय विभाग की मदद भी करेंगे। इसी के तहत गर्मी के मौसम होने वाली सूखे की समस्या से निपटने के लिए टेक्नोलॉजी फॉर ड्रॉट विषय पर राज्य स्तरीय कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया जा रहा है। इसका शुभारंभ राजस्व राज्यमंत्री अनूप प्रधान वाल्मीकि और समापन सत्र की अध्यक्षता मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र करेंगे। 

तीन सत्र में सूखे से संबंधित विभिन्न पहलुओं पर मंथन करेंगे दिग्गज

राहत आयुक्त जीएस नवीन ने बताया कि राज्य स्तरीय कॉन्फ्रेंस को तीन सत्रों में विभाजित किया गया है। पहले सत्र में टेक्नोलॉजी फॉर ड्रॉट मॉनीटरिंग विषय पर एनडीएमए के सदस्य कृष्ण एस वत्स, यूपीएसडीएमए के वीसी लेफ्टिनेंट जनरल योगेंद्र डिमरी, आईसीआरआईएसएटी के ग्लोबल रिसर्च प्रोग्राम डॉ. एमएल जाट समेत अन्य विशेषज्ञ अपने सुझाव देंगे। वहीं दूसरे सत्र में टेक्नोलॉजी फॉर ड्रॉट मिटीगेशन विषय पर आईसीआरआईएसएटी हैदराबाद के पीएस और क्लस्टर लीड डॉ. रमेश सिंह, आईसीएआर-सीएएफआरआई झांसी के डॉ. आशाराम और उत्तर प्रदेश कृषि विभाग के डॉयरेक्ट जितेंद्र तोमर समेत अन्य अपनी राय रखेंगे। इसी तरह दूसरे सत्र में टेक्नोलॉजी फॉर ड्रॉट मैनेजमेंट विषय के विभिन्न पहलुआें पर उत्तर प्रदेश फॉरेस्ट इंवायरमेंट एंड क्लाइमेट के सेक्रेटरी आशीष तिवारी, आईसीएआर-आईजीएफआरआई झांसी के प्रिंसिपल साइंटिस्ट एंड हेड डॉ. पी शर्मा समेत अन्य दिग्गज चर्चा करेंगे। वहीं कॉन्फ्रेंस के समापन पर मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र मौजूद रहेंगे।

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