रिपोर्ट राजेश कुमार यादव
नोएडा : भले ही एक महीने बाद, लेकिन नोएडा पुलिस के झूठे दावे सामने आ गए हैं। बीते 31 दिसंबर 2023 की रात को गौतमबुद्ध नगर में हाई अलर्ट जारी था। जिले में सभी मॉल के आसपास पुलिस बल मौजूद था। सड़कों पर अधिकारी खड़े हुए थे। मॉल से लेकर क्लब तक सभी स्थानों पर पुलिस की निगरानी थी। इस दौरान शहर में एक बड़ी घटना हुई। सड़क पर एक लड़की की हत्या करने का प्रयास किया गया। एक कार चालक ने लड़की को रौंदने का प्रयास किया। इससे बड़ी ताज्जुब की बात यह है कि इतना सब होने के बावजूद भी पुलिस ने मुकदमा दर्ज नहीं किया था। आरोप है कि हाई अलर्ट के बीच कोई मुकदमा दर्ज न हो। इसको लेकर सभी अधिकारियों ने हाथ पांव मारे, लेकिन उच्च अधिकारियों के हस्तक्षेप के कारण अब एक महीने के बाद मुकदमा दर्ज पुलिस को करना पड़ा।
कब की घटना
यह घटना थाना सेक्टर-39 क्षेत्र में स्थित गार्डन गैलरिया मॉल की है। दरअसल, मोहित यादव बीते 31 दिसंबर 2023 की रात को अपनी मंगेतर नेहा के साथ गार्डन गैलरिया मॉल में पार्टी करने के लिए गए थे। मोहित के साथ उसके ऑफिस की टीम भी थी। रात करीब 12:30 बजे वह वापस लौट रहे थे। इस दौरान उनकी मंगेतर नेहा पार्किंग के बाहर खड़ी हो गई और वह गाड़ी लेने अंदर चले गए।
पुलिस ने युवती को अस्पताल में करवाया एडमिट
मोहित यादव ने बताया कि उसी दौरान एक वॉल्सवेगन कार ने नेहा को रौंद दिया। इस हादसे में नेहा गंभीर रूप से घायल हो गई। मौके पर भारी भीड़ एकत्रित हो गई। लोगों ने आरोपी वॉल्सवेगन कार चालक को घेर लिया। मामले की जानकारी पुलिस को दी गई। सूचना मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस के द्वारा नेहा को इलाज के लिए सेक्टर-27 में स्थित कैलाश अस्पताल में एडमिट करवाया गया।
रिटायर्ड कमिश्नर का बेटा है आरोपी
उस 31 दिसंबर 2023 की रात को जिले में काफी संख्या में पुलिस सड़क पर तैनात थी। मोहित यादव ने इस घटना के बारे में जानकारी देते हुए बताया, "मैं कानूनी कार्रवाई के लिए पुलिस चौकी गया। जीआईएपी चौकी इंचार्ज ने मुझसे कहा था कि 80 हजार रुपए में समझौता कर लो। पुलिस वालों ने बताया कि आरोपी कार चालक रिटायर्ड कमिश्नर का बेटा है। जिसकी वजह से पुलिस कार्रवाई करने से बच रही है।"
जीआईएपी चौकी इंचार्ज सवालों में घिरे
मोहित यादव का कहना है कि उन्होंने काफी बार इस मामले जीआईएपी चौकी इंचार्ज से बात की और कार्रवाई करने के लिए कहा था। आरोप है कि चौकी इंचार्ज कार्रवाई करने से पीछे हट रहे थे। उनको चौकी इंचार्ज ने बताया कि आरोपी रिटायर्ड कमिश्नर का बेटा है, इसलिए समझौता कर लो। जिसके बाद उन्होंने मामले की शिकायत उच्च अफसरों से की। उच्च अफसरों के हस्तक्षेप के कारण घटना के एक महीने बाद पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया। आपको बता दें कि 30 दिसंबर 2023 से 2 जनवरी 2024 तक जिले में हाई अलर्ट जारी था। नए साल के कारण पुलिस की निगरानी सभी स्थानों पर थी। उसके बावजूद भी यह घटना हो गई और उसके बाद भी मुकदमा दर्ज करने में एक महीने लग गए। इस मामले में 'हमारी' टीम ने पुलिस अधिकारियों से बातचीत की गई, लेकिन उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया है। पुलिस का बयान आने के बाद खबर को अपडेट किया जाएगा।