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राजेश कुमार यादव हेड एडिटर SctvNews की कलम से
बंगाली शादी में कई प्रकार के रीति-रिवाज निभाए जाते हैं। इसमें एक खास रस्म है 'दोधी मोंगल', जिसमें दुल्हन को खास किस्म के कंगन 'शाखा पोला' पहनाए जाते हैं।
बंगाली शादियों में 'दोधी मोंगल' की रस्म शादी वाले दिन सुबह के समय निभाई जाती है। चूड़ियों से जुड़ी इस रस्म में दुल्हन को खास तरह के 'शाखा पोला' कंगन पहनाए जाते हैं। आमतौर पर इसे सात विवाहित स्त्रियां शाखा को हल्दी के पानी में भिगोकर लाल रंग के कोरल से बने कंगन के साथ दुल्हन को पहना देती हैं।.
सुखी जीवन का आशीर्वाद
शादी में दुल्हन को शाखा पोला पहनाकर मां, बेटी को हमेशा सुखी और पति के वंश को आगे बढ़ाने का आशीर्वाद देती है। 'शाखा पोला' पवित्रता का प्रतीक माना जाता है और इसे मां की तरफ से अपनी बेटी को दिया जाने वाला खास तोहफा माना जाता है।
नजरबट्टु की परंपरा
'शाखा पोला' के साथ ही शादीशुदा बंगाली महिलाएं लोहे का एक कड़ा भी पहनती हैं। यह कड़ा बाएं हाथ में ही पहना जाता है, जिसे दुल्हन की सास तोहफे में देती है। लोहे का कड़ा पहनने का महत्व इसलिए भी है, ताकि नई-नवेली दुल्हन को किसी की नजर न लगे।