धर्म की नगरी काशी में कुछ आसमाजिक लोग द्वारा प्रचलन में आया सट्टा लॉटरी, ऑनलाइन सट्टा संचालक का मास्टरमाइंड कौन क्या पुलिस की मिलीभगत से हो रहा हैं वाराणसी के भेलूपुर छेत्र के बजड्डडीहा इलाके में सट्टे का काला कारोबार,

A G SHAH
0


रिपोर्ट साधना सिंह एडवोकेट विधि संवाददाता

वाराणसी

आखिर कार क्यूं नही हो रही हैं कोई भी कार्यवाही,तो वहीं सूत्र की माने तो चौकी देखकर भी अनदेखा कर रही हैं इस काले गोरखधंधे को सेटिंग गेटिंग के बल पे चल रहा हैं ऑनलाइन सट्टे जुए का ये काम, सूत्र की माने तो इस काले काम का संचालक एक ऐसा युवक कर रहा है, जो पूर्व में चोरी में जेल जा चुका है साकेत नगर निवासी (भोदे सोनकर), जब इसको चोरी में अब खतरा समझ में आया तो, इसने एक साइड का निर्माण करवाया लक इंडिया के नाम से, जिसको आप गूगल पे सर्च करके देख सकते हैं सूत्र की माने तो भोदे सोनकर बजड्डडीहा एरिया में आया फिर वहां पे इसके इस काले काम में साथ दिया,समसूलहक नामक व्यक्ति ने जो पूर्व में ताबीज लिखा करता था, बाबा के नाम से ये मशहूर हैं, बजड्डडीहा तेलियाना एरिया में इसकी जनरल स्टोर की दुकान से ही संचालन किया जा रहा है लक इंडिया नामक लॉटरी सट्टा, दिन भर चहल पहल बनी रहती है, इसके दुकान पे सटोरियों की,वहीं सूत्र की माने तो वहीं बड़ी पटिया इस सट्टे का दूसरा काउंटर चलता हैं, और राजू नामक वायक्ती द्वारा एक चलता फिरता भी काउंटर तेलियाना चौराहा पे आप को दिख जाएगा, सूत्र ने बताया बड़ी पटियां में भी बाबा और राजेश नामक व्यक्ति द्वारा अपने दर्जी की दुकान से संचालन होता है सट्टा, इत्तेफाक देखिए दोनो ही बाबा हैं एक राजेश दीवाना तो वहीं राजू कुली इन सबका का आका एक  चोर भोदे सोनकर,वहीं सूत्र की माने तो खबर पे भी असर नहीं होता चौकी प्रभारी को चाहे जितनी भी सूचना दी जाए चौकी पे फिर भी ध्यान नहीं देते है साहब, लगता है भोदे सोनकर की पहुंच उप्पर तक है,

सूत्र की माने तो बजड्डीहा़ं में रहने वाले निवासी बुनकर काम करते है वो पहले से ही मद्दे की वजह से परेशान हैं, वैसे में ये लालच देने वाला सट्टा चला आया दिनभर की कमाई बुनकर इसी में गवा दे रहे हैं सूत्र की माने तो कई लोगो ने अपने घर के समान को बेच कर ये लक इंडिया सट्टा खेलने जाते हैं समसूल्हक बाबा, और दर्जी बाबा के स्थान पे, देखते हैं उच्चाधिकारी संज्ञान में लेते हैं या  नहीं या इसी तरह गरीब तबका इस भोदे सोनकर के सट्टे के जाल में फसा रहता हैं।

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ

Please Select Embedded Mode To show the Comment System.*

#buttons=(Ok, Go it!) #days=(20)

Our website uses cookies to enhance your experience. Learn More
Ok, Go it!
To Top