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vinay kumar divedi
ब्यौहारी। नगर सहित पूरे क्षेत्र में इन दिनों पलायन इस कदर हावी है कि 15 वर्ष से लेकर 35 वर्ष के युवक बाहर नौकरी की तलाश में दर-दर भटकने को मजबूर हैं। इनकी इसी मजबूरी का फायदा ब्यौहारी नगर के कुछ जाने माने रसूखदार व्यक्ति उठाकर आज करोड़ों की सम्पत्ति बना चुके हैं। सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार ब्यौहारी नगर के कुछ प्रतिष्ठित व जाने-माने व्यक्तियों द्वारा पुलिस प्रशासन तथा कुछ नेताओं से साठगाँठ कर ग्रामीण अंचल सहित नगर के गरीब लोगों जिनकी उम्र लगभग 15 वर्ष से 35 वर्ष के बीच बताई जा रही है को रोजगार का प्रलोभन देकर प्रदेश से बाहर ले जाकर उनसे मजदूरी का कार्य करवाया जा रहा है और मजदूरी के नाम पर उन्हें कुछ पैसे देकर उनकी मजदूरी का ज्यादा हिस्सा अपने पास रख कर करोड़ पति बन बैठे हैं। रोजगार दिलाने के ठेकेदार बताने वालों द्वारा 18 वर्ष से कम यानी नाबालिग लड़को को भी अपने इस गोरख धंधा में शामिल कर लाभ कमाया गया है और अपनी आलीशान जिंदगी बनाने में जुटे हैं। करोड़ों के इस गोरख धंधे से अपना आलिशान मकान बनाकर ऐस की जिंदगी जी रहे है।गरीब परिवारो से किया जा रहा छल- ग्रामीण अंचल सहित नगर के गरीब परिवार द्वारा बताया गया कि छल पूर्वक मेरे परिवार जनों को बाहर नौकरी दिलाने के नाम पर ले जाकर उनसे मजदूरी करवाई जा रही है और मजदूरी का पैसा भी नहीं दिया जा रहा है।रसूखदारो के मकान में लगती है भीड़-प्रत्यक्ष दर्शियों द्वारा बताया गया है कि रसूखदार के आलीशान बंगले में सुबह से ही मजदूरों का ताता लग जाता है। इस संबंध में मजदूरों से जानकारी लेने पर पता चला कि उनसे प्रदेश के बाहर चेन्नई, पुणे, कोलकाता आदि जगहो पर ले जाकर मजदूरी करवाई जाती है और आज तक मजदूरी का भुगतान नहीं दिया गया। मैं अपनी मजदूरी लेने आया हूं यहां मुझे रोजाना बुलाया जाता है, मैं गरीब हूँ मेरे पास इतना पैसा नही है कि मैं रोज अपनी मजदूरी के लिए यहां आऊँ। मैं परेशान हूँ, मेरा परिवार भूखो मर रहा है, मैं महीनों से इनके यहां चक्कर लगा रहा हूं आज तक मेरी मजदूरी नहीं दी गई। कई सालों से चल रहा गोरख धंधा- मजदूरों द्वारा बताया गया कि ठेकेदारों द्वारा पिछले कई सालों से नाबालिग बच्चों से लेकर 35 वर्ष के लोगों को रोजगार दिलाने के नाम पर प्रदेश के बाहर ले जाकर उनसे मजदूरी कराई जा रही है तथा इनकी मजदूरी का भुगतान भी नहीं दिया जा रहा। प्रशासन से मांग है कि संचालित अवैध धंधे की उच्चस्तरीय जांच कराई जाय और दोषियों पर कठोर कार्यवाही की जाय। प्रशासन भी है बेखबर-नगर में कई सालों से संचालित ऐसे गोरख धंधे की खबर आज तक प्रशासन को नहीं है यह ताज्जुब की बात है, मगर यह सच है। इससे साफ़ जाहिर है कि इन रसूखदारो ने पुलिस और नेता से साठगाँठ कर प्रशासन को भी इस बात की खबर नहीं होने दी। अब सवाल यह उठता है कि इस खबर के प्रकाशन के बाद प्रशासन क्या कदम उठाएगा।